5 Ways To Prevent Disease: कोरोना काल के बाद से संक्रामक बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं। सामान्य सर्दी-खांसी को भी ठीक होने में अधिक समय लग रहा है। यह बात हाल ही में कुछ रिसर्च में भी सामने आई है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना काल के बाद से लगभग 13 तरह की संक्रामक बीमारियां बढ़ गई हैं। इनमें चेचक, टीबी और हैजा तक शामिल हैं।
बीमारियों का पूर्वानुमान बताने वाली लंदन की संस्था एयरफिनिटी लिमिटेड के साथ मिलकर यह सर्वे किया गया है। रिसर्च बताती है कि 44 देशों में एक या उससे अधिक संक्रामक बीमारियां कोरोना काल की पूर्व स्थिति से लगभग 10 गुना तेजी से फैल रही हैं। इसमें कोरोना के कारण कम हुई इम्यूनिटी एक बड़ा कारण है।
इसके अलावा लोगों में फेफड़ों की क्षमता घटी है। तापमान में हो रही बढ़ोतरी से बढ़ रहा तनाव भी एक बड़ा कारण है। यह इम्यूनिटी को कमजोर करता है। ऐसे में ये 5 उपाय आपकी इम्यूनिटी को बेहतर रख सकते हैं।
इम्यूनिटी को इस तरह कर सकते हैं मजबूत
बारिश में भी खुद को हाइड्रेट रखें- मेटाबॉलिज्म पर असर
पानी केवल प्यास ही नहीं बुझाता है बल्कि पानी पीने से बर्न की जाने वाली कैलोरी की संख्या भी बढ़ती है। इसे रेस्टिंग एनर्जी एक्सपेंडिचर कहते हैं। रिसर्च में पाया गया कि युवाओं में एक गिलास पानी पीने के 10 मिनट के अंदर आराम की अवस्था में खर्च होने वाली कैलोरी 24 से 30 % तक बढ़ जाती है।
एंटीबायोटिक्स के उपयोग में सावधानी- इम्यूनिटी पर असर
एंटीबायोटिक का इस्तेमाल बेहद सावधानी से करें। ये केवल बैक्टीरियल संक्रमण में ही कारगर हैं। ये वायरल संक्रमण में कारगर नहीं हैं। इनका ज्यादा उपयोग इम्यूनिटी की काम करने की क्षमता को कम करता है।
विटामिन डी बैलेंस रखें, सप्लीमेंट लें- संक्रमण का खतरा कम
विटामिन डी की कमी से ऑटोइम्यून बीमारियों और संक्रमण का खतरा बढ़ता है। विटामिन डी इम्यूनिटी की प्रतिक्रिया करने की क्षमता को भी कंट्रोल करता है। अगर विटामिन डी कम है तो इसका सप्लीमेंट लें। रोजाना सुबह की धूप जरूर लें।
तनाव को कंट्रोल करने के लिए कलर ब्रीदिंग करें- तनाव घटता है
सबसे पहले खुद में जो बदलाव चाहते हैं उसे समझने की कोशिश करें। यह पॉजिटिविटी भी हो सकती है। अब इस भावना की कल्पना एक रंग के रूप में करें। इसके बाद आंखें बंद करके बैठ जाएं। गहरी सांस लें। अब उस रंग को इमेजिन करें जिसे आपने चुना है। उस रंग पर ध्यान लगाते हुए लगातार सांस लेते रहें।
हर ली जाने वाली सांस के साथ महसूस करें कि रंग सिर से पैर तक पूरे शरीर पर फैल रहा है। हाथ और पैर की उंगलियों के आखिरी हिस्से तक उसे महसूस करें। अब हर छोड़ी जाने वाली सांस के साथ उन नेगेटिव भावनाओं को बाहर निकलता हुआ महसूस करें, जिन्हें आप छोड़ना चाहते हैं।
8 घंटे भरपूर नींद लें, शेड्यूल बनाएं- संक्रमण से बचाने वाला साइटोकाइन प्रोटीन बनता है
इम्यूनिटी के ठीक ढंग से काम करने के लिए भरपूर नींद बेहद जरूरी है। नींद के दौरान इम्यून सिस्टम साइटोकाइन नामक प्रोटीन रिलीज करता है। इनमें से कुछ प्रोटीन संक्रमण से लड़ते हैं। नींद की कमी से साइटोकाइन का प्रोडक्शन कम होता है। स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, युवाओं को 7 से 9 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।