हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है, जो लोगों को खासतौर पर युवाओं को अपना शिकार सबसे ज्यादा बना रही है। युवाओं में दिल की बीमारियां न होने के बावजूद भी ऐसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं, जिसमें उन्हें कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक या चोकिंग को फेस करना पड़ता है। भारत में भी यह समस्या चरम सीमा पर है। यहां भी युवाओं में दिल की समस्याएं ज्यादा पाई जाती हैं। रिपोर्ट्स खुलासा करती हैं कि दिल की बीमारियों के प्रमुख कारण लाइफस्टाइल से जुड़े होते हैं। डॉक्टर अशोक सेठ कहते हैं कि भारत के युवा इन समस्याओं के घेरे में सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि इनकी जीवनशैली पूरी तरह से सही नहीं होती है और आजकल स्मोकिंग से लेकर लैक ऑफ स्लीप जैसे फैक्टर भी भारतीय युवाओं में बहुत अधिक हैं। चलिए जानते हैं इस पर डॉक्टर क्या-क्या बचाव के तरीके बताते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
भारत के जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर अशोक सेठ बताते हैं कि इंडिया इज द न्यू कैपिटल ऑफ हार्ट प्रॉब्लम्स यानी भारत में शुगर के बाद दिल की बीमारियों का केंद्र बन सकता है क्योंकि यहां के लगभग 50% मौत के आंकड़े हार्ट अटैक के हैं। इनमें 40 वर्ष से कम आयु वाले लोग सबसे ज्यादा शामिल हैं।
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क्या है कारण?
भारत के युवाओं में दिल की बीमारियों के बढ़ने के पीछे की वजह बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, बढ़ा हुआ बीपी है, जो यहां के यंगस्टर्स में पाया जाता है। शुगर की बीमारी भी यहां के युवाओं में अधिक पाई जा रही है। ओबेसिटी क्योंकि ईटिंग हैबिट सही नहीं है। स्मोकिंग और शराब पीना भी युवाओं में बहुत ज्यादा है। लैक ऑफ एक्टिविटी के चलते शारीरिक गतिविधियों की कमी, जिससे ब्लड सर्कुलेशन भी कम हो जाता है। फैमिली हिस्ट्री भी एक कारण है, जिस पर डॉक्टर बताते हैं कि इस फैक्टर से बचने के लिए कुछ नहीं किया जा सकता है। प्रदूषण भी शहरी लोगों में हार्ट अटैक के रिस्क को बढ़ा रहा है।

Heart Attack Symptoms
हार्ट अटैक से बचाव के उपाय
- फास्ट और स्टोरड फूड्स खाने को हेल्दी और एंटीऑक्सिडेंट्स युक्त फूड्स से बदलें।
- एल्कोहल और सिगरेट से दूरी बनाना बहुत जरूरी है।
- स्ट्रेस को कम करने के लिए कुछ तरीकों जैसे कि योग और मेडिटेशन को अपनाएं।
- एक्सरसाइज को अपनी हैबिट बनाएं। हफ्ते में 5 दिन 40 मिनट की स्पीड वॉक करना फायदेमंद होगा।
- खाना संतुलित होना चाहिए। इसमें आपको सुबह यानी ब्रेकफास्ट हैवी खाना है और रात का खाना जल्दी और सबसे लाइट होना चाहिए।
- पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। खाने और सोने के बीच 2 घंटे का गैप मेंटेन करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।