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पीरियड्स रेगुलर नहीं तो कारगर साबित हो सकता है ये तरीका, WHO ने भी बताया हाइजीनिक

Miswak Leaf Benefits: ओरल हाइजीन का सफर पुराने दातुन से लेकर अब इलेक्ट्रिक ब्रश तक पहुंच चुका है। आजकल लोग तेजी से इलेक्ट्रिक ब्रश का प्रयोग करने लगे हैं। लेकिन गांव में अभी भी लोग दातुन करना ज्यादा पसंद करते हैं। दांतों को साफ करने का ये तरीका सबसे पुराना और नेचुरल है। दातुन की […]

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Oct 13, 2023 11:02
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Miswak Benefits

Miswak Leaf Benefits: ओरल हाइजीन का सफर पुराने दातुन से लेकर अब इलेक्ट्रिक ब्रश तक पहुंच चुका है। आजकल लोग तेजी से इलेक्ट्रिक ब्रश का प्रयोग करने लगे हैं। लेकिन गांव में अभी भी लोग दातुन करना ज्यादा पसंद करते हैं। दांतों को साफ करने का ये तरीका सबसे पुराना और नेचुरल है। दातुन की तरह ही दांतों की साफ-सफाई और ओरल हाइजीन के लिए मिसवाक एक नेचुरल प्रोसेस है।

WHO ने भी माना बेहतर

मिसवाक एक रेगिस्तानी पेड़ है, जिसे अंग्रेजी में साल्वाडोरा पर्सिका (Salvadora Persica) और हिंदी में पीलू का पेड़ भी कहते हैं। मिसवाक झुकी शाखाओं वाला एक छोटा सा पेड़ होता है, जो मिडिल ईस्ट, अफ्रीका और भारत के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। दांतों को साफ करने के लिए मिसवाक की छोटी-छोटी टहनियों को दातुन के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी ओरल हाइजीन में इसका रोल का जिक्र किया है। मिसवाक के पेड़ को अलग-अलग जगहों पर अर्क, झक, पीलू और रियल मस्टर्ड ट्री भी कहते हैं।

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मिसवाक एक औषधीय पौधा है जो गुणों से भरपूर होता है

आयुर्वेद में मिसवाक को मेडिसिन के तौर पर प्रयोग किया जाता है। मिसवाक में खास किस्म का नमक और रेजिन पाया जाता है, जिसमें दांतों को चमकदार बनाने का गुण होता है, इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण दांतों में होने वाली सड़न और कैविटी से बचाते हैं। इसके साथ ही मिसवाक में विटामिन सी, सल्फर, टैनिन, कैल्शियम, एसेंशियल ऑयल जैसे एक्टिव एलिमेंट होते हैं, जो दांतों को स्ट्रोंग रखने में मदद करते हैं। इसे इस्तेमाल करने से पेट की गर्मी से होने वाली गंध दूर होती है।

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पाचन और मिर्गी की बीमारी में असरदार

मिसवाक की पत्तियां कसैली होती हैं। ये पाचन को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल होता हैं। यह दस्त, पेट फूलने और गैस की समस्याओं के उपचार में कारगर है। मिसवाक पेड़ के फलों में ड्यूरेटिक गुण होते हैं, जो लिवर और पेट दोनों की समस्याओं का उपचार करते हैं। इसकी छाल मिर्गी और अल्सर के इलाज में मददगार है।

मिसवाक का पत्ता, छाल और फल भी हैं फायदेमंद

इसमें कई एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिसे क्रीम बनाने में यूज किया जाता है। इसके फल या छाल से बने पेस्ट को त्वचा पर लगाने से इंफेक्शन खत्म होता है। मिसवाक के मीठे फल का प्रयोग स्किन की सूजन और पाइल्स के उपचार के लिए भी होता है। महिलाओं में अनियमित पीरियड्स को सही करने के लिए मिसवाक की छाल काम आती है। मिसवाक अलग-अलग प्रकार के कैंसर से भी बचाता है। कुछ स्टडी से पता चलता है कि मिसवाक को नेचुरल सनस्क्रीन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

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कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल 

मिसवाक हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों के लिए काफी फायदेमंद है, इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होते हैं। यह ब्लड प्रेशर को नॉर्मल करने में भी मदद करता है।

Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Deepti Sharma

First published on: Oct 13, 2023 11:02 AM

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