गट हेल्थ यानी आंतों का स्वास्थ्य, जिसका सही रहना हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी होता है। अच्छी गट हेल्थ आपके पाचन को ही नहीं, अन्य क्रोनिक रोगों से भी बचाती है। गट हेल्थ खराब होना बेहद गंभीर होता है। दरअसल, यह सबकुछ हमारी लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है। अगर हमारा खान-पान और दिनचर्या अच्छी नहीं है, तो निश्चित ही गट हेल्थ बिगड़ेगी। आंतों में होने वाली सबसे सामान्य समस्या है इनमें सूजन होना। आंतों का काम होता है खाने को पचाने में मदद करना और शरीर को पोषक तत्व प्रदान करना। आइए आपको बताते हैं आंतों में सूजन होने के संकेत व बचाव के उपाय।
यह सूजन छोटी या बड़ी आंत की आंतरिक परत में हो सकती है और इसके कारण व्यक्ति को पाचन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, यह स्थिति अस्थायी भी हो सकती है और क्रॉनिक यानी दीर्घकालिक भी। यदि समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) जैसे रोगों का कारण बन सकती है। इस बीमारी को कोलाइटिस भी कहते हैं।
आंतों में सूजन के संकेत
1. पेट दर्द और ऐंठन
खाना खाने के बाद दर्द या पेट में खिंचाव का अहसास होना। ऐसा लगातार महसूस होता है।
2. गैस बनना और पेट फूलना
पेट में सामान्य से अत्यधिक गैस बनना, जिस कारण पेट भारी या फूला हुआ महसूस होता है।
3. डायरिया
मल त्याग की आदतों में असामान्य बदलाव। हमेशा दस्त और कब्ज की समस्या होना।
4. मल में खून
आंतों में सूजन या संक्रमण का संकेत मल में खून या बलगम का आना भी है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
5. मतली या उल्टी महसूस होना
ऐसा ज्यादा देर तक खाली पेट रहने या फिर ज्यादा खाने के बाद महसूस होता है।
6. थकान और शरीर में कमजोरी
दरअसल, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गट भोजन को पचा नहीं पाता, जिस वजह से पोषक तत्वों का फायदा शरीर को नहीं मिल पाता। ऐसे में शरीर कमजोर हो जाता है।
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7. वजन कम होना
आंतों में सूजन की वजह से भूख में कमी देखी जाती है और ये शरीर में पोषण की भी कमी कर देता है। शरीर में हर समय जलन महसूस करना भी आंतों का स्वास्थ्य सही न होने का संकेत होता है।
कोलाइटिस क्या है?
डॉ. अभय वर्मा, डायरेक्टर, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, मेदांता अस्पताल, लखनऊ, बताते हैं कि कोलाइटिस, पेट से जुड़ी एक बीमारी है। इसमें कोलन की अंदरूनी परत में सूजन आ जाती है। कोलाइटिस के कारण पेट में दर्द, ऐंठन, वजन कम होना, थकान, बुखार और खून के साथ मल त्याग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
क्यों बढ़ रही समस्या?
डॉ. पुनीत मेहरोत्रा, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, लखनऊ, के अनुसार, यह रोग नया नहीं है। हां, मगर यह बीमारी पहले लोगों को ज्यादा प्रभावित नहीं करती थी। देश में इस रोग के बढ़ने का कारण यह है कि लोग हल्की-फुल्की पेट और पाचन की प्रॉब्लम होती है, तो वह तुरंत लोकल मेडिकल स्टोर से दवा लेते हैं और खा लेते हैं। इन दवाओं से आंतों में सूजन की समस्या और भी बढ़ जाती है। इसके अलावा, लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स भी इसका एक कारण है।
सूजन बढ़ने के कुछ कारण
- गंदा या असंतुलित खाना खाना।
- ग्लूटेन, डेयरी या लेक्टोज इंटॉलरेंस।
- दवाओं का सेवन।
- ऑटोइम्यून डिजीज।
- तनाव और खराब नींद की आदतें।
- दूषित पानी पीना।
कैसे करें बचाव?
- हेल्दी डाइट खाएं, जिसमें ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दही जैसे प्रोबायोटिक फूड्स भी शामिल हों।
- जंक फूड्स से परहेज करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएं।
- तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन और व्यायामों की मदद लें।
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