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हेल्थ

पित्त की पथरी से हमेशा के लिए बच सकते हैं आप, बस अपना लें ये 5 टिप्स

Gallbladder Stone Symptoms: पथरी की बीमारी इन दिनों आम हो गई है। आमतौर पर यह किडनी में हुआ करती थी मगर अब गॉलब्लैडर में स्टोन्स की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पित्त की पथरी से बचना चाहते हैं तो अपनाइए एक्सपर्ट के ये 5 असरदार उपाय जैसे वेट मैनेजमेंट, फाइबर युक्त डाइट और सही खानपान की आदतें।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Aug 8, 2025 10:50

Gallbladder Stone Symptoms: भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब जीवनशैली के कारण पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं होना आम हो गया है। उन्हीं में से एक है पित्त की पथरी यानी गॉलब्लैडर स्टोन भी है। यह पित्ताशय में बनने वाले कठोर कण होते हैं। ये स्टोन्स कोलेस्ट्रॉल, पित्त के तत्वों और अपशिष्ट पदार्थों के जमाव से बनते हैं। कई बार यह पथरी छोटी होती है और इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं लेकिन कई बार यह इतनी बड़ी हो जाती है कि इससे तेज दर्द, अपच, उल्टी और अन्य गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

पित्त की पथरी का इलाज सर्जरी के जरिए ही किया जा सकता है,लेकिन कुछ साधारण उपाय अपनाकर आप इस समस्या को होने से रोक सकते हैं? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस समस्या से बचने के लिए 5 उपाय कौन से हैं।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

पुणे के सह्याद्रि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के कंसल्टेंट जनरल सर्जन डॉ. एस. पी. सिंह बताते हैं कि गॉल स्टोन्स की समस्या आज के समय में कॉमन हो गई है क्योंकि ये हमें पहले तकलीफ नहीं देती है और जब होती है तो वह बहुत ज्यादा खतरनाक बनकर सामने आती है। इसके होने की सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल और खराब खानपान है। इसलिए, बचाव करना है तो लाइफस्टाइल को सही करना होगा।

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इन 5 उपायों से दूर करें गॉलब्लैडर स्टोन की समस्या

1.वेट मैनेजमेंट

    मोटापा या ओबेसिटी जो इन दिनों एक कॉमन प्रॉब्लम बन गई है। अगर किसी को वजन से संबंधित समस्या रहती है तो उसके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। ये खराब कोलेस्ट्रॉल होता है जो बाद में पित्त की पथरी का कारण बनता है। इसके लिए आपको रोजाना व्यायाम करने चाहिए।

    2.फाइबर फूड्स

      डाइट में फाइबर की कमी से भी कोलेस्ट्रॉल बनता है। जो लोग कम फाइबर लेते हैं उन्हें भी ऐसी समस्याएं ज्यादा होती है। फाइबर खाने को पचाने में भी मदद करता है। इसके लिए आपको अपनी डाइट में साबुत अनाजों को शामिल करना चाहिए।

      3.खाना रोज खाएं और समय पर खाएं

        कभी भी खाना स्किप न करें। लंच, डिनर या ब्रेकफास्ट हो, सभी का एक समय फिक्स होता है। इसलिए, आपको लंबे समय तक भूखे रहने वाली आदत को बदलकर समय पर खाना खाने की आदत डालनी चाहिए।

        4.तले-भुने खाने से दूरी

          बहुत ज्यादा तला भुना और फैट युक्त चीजें न खाएं। प्रोसेस्ड फूड्स और मैदे से बनी चीजों से जितना हो सके परहेज करें।

          5.बाइल स्टिम्युलेटिंग डाइट

            अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें जो बाइल का संतुलित कर सकें जैसे कि हल्दी, नींबू पानी और चुकंदर। दरअसल, इन फूड्स की मदद से पित्त का काम सही से होता है और एसिडिक पदार्थों का सर्कुलेशन भी सही से होता है। ये एसिडिक पदार्थ पाचन को बेहतर बनाते हैं और गट हेल्थ इंप्रूव करते हैं।

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            First published on: Aug 08, 2025 10:41 AM

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