Methi For Diabetes: भारतीय रसोई में मेथी के दाने (Fenugreek Seeds) जरूर होते हैं. अक्सर सब्जी में तड़का लगाने के लिए इन दानों का इस्तेमाल किया जाता है. स्वाद से भरपूर ये दाने सेहत के लिए भी कुछ कम फायदेमंद नहीं होते हैं. इन दानों में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और फाइटोकेमिकल्स होते हैं. मेथी के दानों (Methi Dana) के फायदे डायबिटीज में भी खूब गिनाए जाते हैं. लेकिन, अक्सर लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि मेथी के दानों का सेवन किस तरह से किया जाता है. ऐसे में आचार्य बालकृष्ण से जानिए डायबिटीज के मरीजों को किस तरह मेथी के दाने खाने चाहिए जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल (Blood Sugar Control) होने में मदद मिल सके.
डायबिटीज में कैसे खाएं मेथी दाना
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि मधुमेह में किस तरह से मेथी का सेवन किया जा सकता है. डायबिटीज के मरीज रात के समय एक से डेढ़ चम्मच यानी 4 से 5 ग्राम मेथी के दाने पानी में भिगो दें और उन्हें भिगोकर रख दें. इन भीगे हुए मेथी के दानों (Soaked Methi Seeds) को अगले दिन चबा-चबाकर खाया जा सकता है. आचार्य बालकृष्ण की सलाह है कि मेथी के दाने खाने के साथ ही मेथी के पानी को भी पिएं. इस तरह मेथी के दानों का सेवन करने पर डायबिटीज कंट्रोल होती है और पेट भी ठीक रहता है. जिन लोगों को आर्थराइटिस की दिक्कत है वे भी इस तरह से मेथी दाने का सेवन कर सकते हैं. आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि भिगोकर खाने पर मेथी के दानों से शरीर में जरूरत से ज्यादा गर्मी नहीं रहती है.
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मेथी दाना खाने के ये भी हैं फायदे
आर्थराइटिस में मेथी – मेथी के दानों के सेवन से आर्थराइटिस की दिक्कत से भी छुटकारा मिलता है. सायटिका की दिक्कत और आर्थराइटिस में हल्दी, मेथी और सौंठ का पाउडर मिलाकर खाया जा सकता है. इस पाउडर को सुबह-शाम 1-1 चम्मच लिया जा सकता है.
पेट के संक्रमण में मेथी – आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि मेथी दाना पेट के संक्रमण को भी कम करता है. डिलीवरी के बाद मां को मेथी और अजवाइन मिलाकर दिया जाए तो इससे पेट के अंदर की सूजन ठीक हो जाती है. इससे गर्भाशय में अगर किसी तरह की विकृति हो गई है तो वो भी दूर हो जाती है.
पाचन क्रिया सुधारने के लिए मेथी – मेथी को पाचन क्रिया सुधारने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए मेथी को भूनें और पाउडर बना लें. इस पाउडर (Methi Powder) को रोजाना दूध में डालकर पिया जा सकता है. इससे दूध ठीक तरह से हजम होता है और पाचन क्रिया ठीक होने में असर दिखता है. आचार्य की सलाह है कि कॉफी की जगह पर मेथी को भूनकर और पाउडर बनाकर दूध में डालकर पीने पर पाचन तंत्र को कई फायदे मिलते हैं.
सर्दी-जुकाम में मेथी – सर्दियों के मौसम में अक्सर ही सर्दी-जुकाम लग जाता है. इस स्थिति में मेथी को रात में भिगोकर अंकुरित किया जा सकता है और इसे भोजन के साथ खाया जा सकता है. एकसाथ जरूरत से ज्यादा मेथी के सेवन से परहेज करें और सीमित मात्रा में ही इसे खाएं. इससे सर्दी और जुकाम की दिक्कत दूर हो जाती है.
सिर दर्द में मेथी – आचार्य बालकृष्ण के अनुसार जिन लोगों को सिर दर्द की दिक्कत है वे भी मेथी का सेवन कर सकते हैं. मेथी के सेवन से सिर दर्द से राहत मिल सकती है. इसके लिए रात के समय मेथी के दानों को भिगोकर रख दें. अगली सुबह मेथी के ये भीगे हुए दाने खाएं. इससे माइग्रेन की दिक्कत भी दूर होती है. जिन लोगों को कफ और वात रोग के कारण सिर में दर्द रहता है उनके लिए मेथी का सेवन बेहद लाभकारी होता है.
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.










