Covid New Symptoms: कोरोना के आम लक्षणों में सूखी खांसी, कफ भी होता है, लेकिन धीरे-धीरे कोरोना पर रिसर्च होती चली गई, तो इसमें टेस्ट और स्मेल न आने के लिए जाना जाता है। अब एक नई स्टडी में नई बातें कुल कर आई हैं, जिसमें वियतनाम में फेनिका विश्वविद्यालय (Phenikaa University) के रिसर्चरों ने 1,000 से ज्यादा कोविड मरीजों का सर्वे किया और सभी से कोरोना की बीमारी के बाद उनके सोने के तरीके के बारे में पूछा गया।
जिन तीन-चौथाई लोगों को अनिद्रा की समस्या हुई, उनमें से पांच में से एक की कंडीशन ज्यादा ‘गंभीर’ थी। रिजल्ट से यह भी पता चला कि अनिद्रा की शिकायत करने वाले 50% कोविड मरीज रात में ज्यादा बार जागते हैं। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड के कारण आपकी रातों की नींद भी हराम हो सकती है। ऐसा हम नहीं एक नई स्टडी में पाया गया कि हल्के संक्रमण वाले चार में से तीन लोगों को अनिद्रा का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा, तीन में से एक को अच्छी गुणवत्ता वाली नींद लेने में परेशानी होती है, वह कम समय के लिए सोता है और सोने के लिए काफी समस्या आती है। रिसर्चरों ने यह भी पाया कि चिंता या डिप्रेशन से पीड़ित मरीजों को बीमार होने पर अनिद्रा महसूस होने की ज्यादा संभावना थी।
क्या कहते हैं रिसर्चर
लेखक डॉ. हुआंग होआंग (Dr. Huang Hoang) ने कहा कि पिछले स्टडी में अनिद्रा और अस्पताल में भर्ती कोविड रोगियों पर ध्यान दिया गया था, लेकिन किसी ने भी मामूली संक्रमण वाले लोगों पर नींद पर प्रभाव की जांच नहीं की थी। टीम ने दावा किया कि उन स्टडी के मुकाबले मामूली संक्रमण वाले रोगियों में सामान्य और अस्पताल में भर्ती कोविड रोगियों की तुलना में अनिद्रा की रिपोर्ट करने की ज्यादा संभावना थी।
शरीर के लिए कितनी नींद जरूरी है
ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि कोविड से उभरने वाले मरीज ज्यादा तनावग्रस्त होते हैं और अपने शारीरिक स्वास्थ्य में बदलाव के प्रति ज्यादा सेंसिटिव होते हैं, जिससे उन्हें अपनी नींद खराब लगती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण, मेंटल हेल्थ समस्याओं और अनिद्रा के बीच संबंधों की जांच के लिए और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
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डॉ. होआंग ने कहा कि अगर अनिद्रा आपको ज्यादा परेशान नहीं करती है, तो आप कुछ जरूरी कदम उठा सकते हैं, जैसे सोने से पहले गर्म पानी में नहाना, बिस्तर पर जाने से कम से कम एक घंटे पहले अपना फोन बंद करना, रोजाना 30 मिनट व्यायाम करना और शाम 4 बजे के बाद कैफीन से परहेज करना। संक्रमण के बीच समय का अंतर और जब सर्वे आयोजित किया गया था, तो उनके नींद के पैटर्न के बारे में रोगी की याददाश्त पर भी असर पड़ सकता है।
अनिद्रा क्या है? जानें इस Video में-
नींद सुधारने के लिए क्या करें
- सोने से एक घंटा पहले स्क्रीन देखने का समय सीमा तय करें।
- सोने से पहले 5-10 मिनट का समय निकालकर एक नोटबुक लेकर बैठें और अगले दिन के कामों की लिस्ट बना लें।
- दोपहर 12 बजे के बाद कैफीन के सेवन से बचें।
- रूम का तापमान ठंडा रखें।
- शाम को शराब का सेवन न करें।
- विटामिन डी की पूर्ति करें।
- मैग्नीशियम और जिंक फूड प्रोडक्ट का भरपूर सेवन करें
Disclaimer: उपरोक्त जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।