JN.1 Covid Variant: कई महीनों से चीन में कोविड के नए वेरिएंट JN.1 फैलने की खबरें आई थी। लेकिन अब भारत में भी JN.1 सब-वेरिएंट दस्तक दे चुका है। भारत के अलग-अलग राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा खबर के अनुसार, केरल में 3 लोगों की मौत हुई है। कोरोना से हुई मौतों ने फिर एक बार देश में डर का माहौल बना दिया है। सभी जगह इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कोविड वेरिएंट JN.1 क्या है
डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर (CDC) के अनुसार, कोरोना का ये सब-वेरिएंट, ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट BA.2.86 का वंशज है, जिसे ‘पिरोला’ कहा जाता है।
कोविड वेरिएंट JN.1 कितना खतरनाक
कोविड का नया वेरिएंट JN.1 को लेकर फिलहाल कोई बड़ी चेतावनी सामने नहीं आई है। लेकिन CDC के अनुसार, इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए यह बताया गया है कि ये नया वेरिएंट या तो ज्यादा संक्रामक है या फिर इससे आसानी से बचाव किया जा सकता है। इसके साथ ही मौजूदा समय में इसका कोई प्रूफ नहीं है कि JN.1 में कोविड के बाकी वेरिएंट के मुकाबले ज्यादा गंभीर है या नहीं। लेकिन फिर भी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
JN.1 Covid Variant के बारे में देखें ये Video-
ये भी पढ़ें-Ayurved Tips: जीवन का महामंत्र! खाने-पीने में होना चाहिए कितने समय का अंतर
रिपोर्ट के अनुसार, JN.1 और BA.2.86 के बीच सिर्फ ये बदलाव है कि यह स्पाइक प्रोटीन (Virus Covid 19 का कारण बनता है) में चेंज है। स्पाइक प्रोटीन जिसे स्पाइक भी कहते हैं। यह वायरस की लेयर पर छोटे स्पाइक जैसा दिखता है। इसी कारण लोगों में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। अगर आपको फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो बिना देर किए कोविड का आरटी पीसीआर टेस्ट (RT PCR test) करवाएं।
JN.1 के Symptoms Viral Flu की तरह दिखते हैं
- बार बार बुखार होना
- लगातार खांसी आना
- जल्दी थकान होना
- गले में दर्द
- वॉमिटिंग और लूज मोशन होना
- सिरदर्द होना
किन्हें ज्यादा खतरा है
- जिनकी कमजोर इम्यूनिटी है।
- छोटे बच्चे
- बड़े-बुजुर्ग
- प्रेग्नेंट महिलाएं
कोविड सब-वेरिएंट JN.1 को समझें इस Video की मदद से-
कोविड के नए वेरिएंट से कैसे सेफ रहें
- हाथ धोना
- जहां भी जाएं मास्क पहनकर जाएं।
- टीका लगवाना ही बचाव है।
कोविड ही नहीं, फ्लू से भी बचाव करेंगे ये टिप्स
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- बिदेश से आने वाले लोगों आइसोलेशन में रखें।
- किसी भी प्रकार के लक्षण उनमें दिखें, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- कहीं बाहर से आने के बाद अच्छे से हाथों को धोएं।
- संक्रमित लोगों से दूरी बनाकर रखें।
- आंखें, मुंह और नाक को बार-बार हाथ से टच न करें।
- सैनिटाइजर हमेशा साथ रखें।
- फोन या अन्य चीजों को यूज करने के बाद सैनिटाइज करें।
- बुखार, कफ और सांस लेने में परेशानी होने पर इग्नोर न करें।
- बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर लोगों का खास ध्यान रखें।
- दिन भर गुनगुना या गर्म पानी पिएं।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।