कैंसर का खाने से भी गहरा संबंध है। खान-पान सही नहीं होने की वजह से भी शरीर के अंदर कई तरह के कैंसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कैंसर एक जानलेवा रोग है। इलाज मौजूद होने के बाद भी इस बीमारी से जान जाने की आशंकाएं बनी रहती हैं। कैंसर एक नहीं बल्कि कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं और यह पूरी दुनिया में होने वाली बीमारी है। भारत में डायबिटीज और हार्ट अटैक के साथ-साथ एक और बीमारी है, जिसके मरीज दिन पर दिन बढ़ रहे हैं, तो वह कैंसर है। कैंसर तब होता है जब शरीर के किसी हिस्से में कोई गांठ या त्वचा अलग से उभरने लगती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीनी खाने से कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। दरअसल, चीनी से कैंसर सेल को पोषण मिल जाता है जिससे वह ग्रो करने लगता है। मगर आपको बता दें कि चीनी के अलावा भी एक ऐसा फूड है, जो कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। यह कुछ और नहीं बल्कि रोज नाश्ते में खाया जाने वाला अंडा है। आइए जानते हैं इस पर हुए अध्ययन क्या बताता है।
चीनी और कैंसर का संबंध
चीनी का कैंसर से खास कनेक्शन होता है। शरीर की सामान्य सेल्स चीनी का उपभोग उस प्रकार या उतना नहीं करती हैं, जितना कि कैंसर सेल करती हैं। कैंसर सेल्स की ग्रोथ करने वाले शुगर प्रोडक्ट्स मुख्यत: सफेद चीनी के बने होते हैं। सफेद चीनी लोगों के घरों में पाई जाने वाली सबसे आम चीनी है। इस चीनी का उपयोग भी सुबह से शुरू हो जाता है। जी हां, नाश्ते में चाय या फिर मीठी चीजें खाने से कैंसर हो सकता है। कैंसर से ग्रस्त सेल्स इंसुलिन रेजिस्टेंस का प्रतिरोध करती हैं, जिससे मोटापा और सूजन बढ़ जाती है।
ये भी पढ़ें-क्यों बढ़ रहे हैं ओरल कैंसर के मामले? ये 5 संकेत दिखते ही हो जाएं सावधान
वैज्ञानिकों कारणों के अनुसार, चीनी को सही नहीं माना गया है और कैंसर की ग्रोथ के लिए प्रमुख कारण माना गया है लेकिन यह सिर्फ एक कारण नहीं है कैंसर का। इसके अलावा एक और फूड भी कैंसर का कारण बन रहा है।
कौन सा है यह फूड?
यह कुछ और नहीं बल्कि अंडा है। अंडा प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्वों का भरपूर सोर्स होता है। साल 1996 और 2004 में उरुग्वे में एक अध्ययन किया गया था, जो कि कोलेस्ट्रॉल के लिए किया गया था, मगर उस अध्ययन में कुछ अन्य तथ्य भी पाए गए थे। अध्ययन के लिए 3,500 कैंसर पेशेंट्स को इकट्ठा किया गया था और 2,000 से ज्यादा अस्पतालों को उन पर नियंत्रण रखने के लिए शामिल किया गया था। इन मरीजों में 121 प्रकार के कैंसर पाए गए थे।
जांच करते हुए पाया गया कि इन लोगों में कोलेस्ट्रॉल से अधिक कोई संवेदनशील बात थी, तो वह यह थी कि इन्हें अंडे खाने से कैंसर हुआ था। हालांकि, यह अभी तक पूर्णता स्पष्ट नहीं हुआ है कि कैंसर इस वजह से ही हुआ था, लेकिन रिपोर्ट्स का आंकड़ा काफी गहरा था। इसके अलावा, उन लोगों को धूम्रपान, अनहेल्दी इटिंग और सूजन जैसी समस्याएं भी थी, जो कैंसर के कारण होती हैं।
अंडों से होने वाले कैंसर
कोलोरेक्टल कैंसर
लंग कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर
ब्लैडर कैंसर
हालांकि, यह कैंसर उन लोगों को हुआ है, जो बहुत अधिक मात्रा में अंडे खाया करते हैं। इसके अलावा, कई स्टडीज बताती हैं कि चीनी और अंडे के बाद कैंसर का कोई प्रमुख कारण है, तो वह प्रोसेस्ड फूड्स और रेडी टू ईट मील्स है। शुगर बेस्ड सोडा ड्रिंक्स और फास्ट फूड से भी कैंसर हो सकता है।
ये भी पढ़ें-डबल निमोनिया क्या है? जिससे हुआ पोप फ्रांसिस का निधन, जानें संकेत
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।