मेडिकल वर्ल्ड में ब्लड टेस्ट, इंसुलिन टेस्ट और सीटी स्कैन कॉमन हेल्थ रिलेटेड प्रोसेस हैं, जो हमें बीमारियों के बारे में बताने में मदद करते हैं। CT स्कैन तो लगभग हर किसी मरीज का एक बार होता ही होता है। यह अंदरुनी चोटों से लेकर दिल की बीमारियों आदि के बारे में खुलासा करते हैं। इन सबकी मदद से इलाज करने में काफी मदद मिलती है। मगर क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि यह प्रोसेस भी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है? जी हां, सीटी स्कैन से कैंसर होने की पुष्टि की गई है। हाल ही में एक स्टडी में इस बात का दावा किया गया है कि सीटी स्कैन की किरणों से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे कैंसर हो सकता है। चलिए जानते हैं रिसर्च के बारे में सबकुछ।
क्या कहती हैं स्टडी?
इस स्टडी को मेडिकल जर्नल जामा इंटरनल मेडिसिन में छापा गया है, जिसमें बताया गया है कि रिसर्च अमेरिका और ब्रिटेन में हुई थी। अध्ययन के अनुसार, इन देशों में हर साल कैंसर के 5% मामले सीटी स्कैन से निकलने वाली हानिकारक किरणों से होते हैं। यह चिंताजनक है क्योंकि सीटी स्कैन कॉमन प्रोसेस हैं, जो पूरी दुनिया में कई लाखों लोगों द्वारा रोजाना करवाए जाते हैं। रिपोर्ट में इस बात का दावा भी किया गया है कि सीटी स्कैन से कैंसर बच्चों में ज्यादा हो सकता है।
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CT Scan कितना आम?
रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि सीटी स्कैन अमेरिका और ब्रिटेन में सबसे ज्यादा होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में दुनिया के अंदर अमूमन 6 करोड़ 15 लाख से ज्यादा रोगियों के सीटी स्कैन हुए थे। इस आंकड़े में 4.2% बच्चे शामिल थे। वहीं, 53% महिलाओं तथा 47% पुरुषों के सीटी स्कैन हुए थे। कैंसर का जोखिम इनमें से लगभग 1 लाख 3 हजार लोगों को है, जो उनके जीवन काल में भविष्य में कभी भी दस्तक दे सकता है। इस आंकड़े में 10,000 से ज्यादा बच्चों के शामिल होने का अनुमान भी लगाया गया है।
बच्चों को ज्यादा रिस्क!
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर कोई बच्चा, जिसकी आयु 1 से 4 साल के बीच हैं, अगर वह 4 बार से अधिक सीटी स्कैन करवा रहा है, तो उन्हें कैंसर का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है। बच्चों को ल्यूकेमिया, ब्रेन ट्यूमर से लेकर लिम्फोमा कैंसर का जोखिम रहता है। 1 साल और उससे कम वाले बच्चे जल्दी पीड़ित हो सकते हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ब्रिटेन और अमेरिका की तुलना करें, तो अमेरिका के लोग सबसे ज्यादा सीटी स्कैन करवाते हैं।
एक्सपर्ट क्या बोले?
अध्ययन की लेखिका मालिनी महेंद्र, जो कि यूसीएसएफ में पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर की सहायक प्रोफेसर हैं, ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा, सीटी स्कैन से जुड़े जोखिमों के बारे में बहुत कम रोगियों और उनके परिवारों को सलाह दी जाती है। हमें उम्मीद है कि हमारे अध्ययन के नतीजे डॉक्टरों को इन कैंसर जोखिमों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे, जिससे सीटी स्कैन के लाभों और जोखिमों का मूल्यांकन करते समय अधिक जानकारी मिल सकेगी।
वयस्कों को कितना रिस्क?
शोधकर्ताओं की मानें तो बच्चों को ब्रेन का कैंसर और वयस्कों में पेट और पेल्विस के कैंसर का जोखिम सबसे ज्यादा होता है। इसका प्रमुख कारण सीटी स्कैन है। UCSF के शोधकर्ताओं का मानना है कि कुछ ऐसे मामले हैं जहां सीटी स्कैन या तो कम तीव्रता से किया जाना चाहिए या पूरी तरह से टाला जाना चाहिए।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।