नई दिल्ली: भारतीय सेना को कई स्वदेशी हथियार सौंपे गए हैं। मंगलवर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को यह हथियार सौंपे हैं। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह की उपस्थिति में भारतीय सेना को एफ-इंसास प्रणाली सौंपी। इस दौरान भारतीय सेना के फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर एज अ सिस्टम (F-INSAS) सैनिक ने रक्षा मंत्री को उनकी नई हथियार प्रणालियों
और AK-203 असॉल्ट राइफल सहित सहायता के बारे में जानकारी भी दी।
Rajnath Singh hands over indigenous defence systems to Indian Army
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— ANI Digital (@ani_digital) August 16, 2022
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रक्षा मंत्री सिंह ने एंटी-कार्मिक माइन ‘निपुण’ को भी भारतीय सेना को सौंप दिया। भारतीय निजी क्षेत्र के उद्योग द्वारा निर्मित इनमें से लगभग 7 माइनस बल को प्रदान की जाएंगी। सेना को दिए गए स्वदेशी रूप से निर्मित हथियारों में पैंगोंग झील में संचालन के लिए लैंडिंग क्राफ्ट अटैक, पैदल सेना के लड़ाकू वाहन और कई अन्य प्रणालियां भी शामिल हैं।
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लाल किले से दागा गोला
बता दें कि यह हथियार मेक इन इंडिया आंदोलन के मद्देनजर बनाए गए हैं। केंद्र द्वारा स्वदेशी वस्तुओं के विनिर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे पहले 15 अगस्त को भारत के इतिहास में पहली बार सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत विकसित स्वदेशी रूप से विकसित आर्टिलरी गन ATAGS (एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम) प्रोटोटाइप को लाल किले से दागा गया था। डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित इस तोप ने स्वदेशी बंदूक ने 25 पाउंडर ब्रिटिश तोपों के साथ औपचारिक 21 तोपों की सलामी दी थी।
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