Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review: शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ सिनेमघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म का नाम काफी लंबा है, जिससे लोगों के मन में से सवाल है कि आखिर एक रोबोटिक रॉम-कॉम फिल्म का इतना लंबा नाम क्यों है? तो चलिए आपके सभी सवालों के जवाब आपको इस रिव्यू में मिल जाएंगे।
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इंटरनेशनल फिल्मों की शैली अपनाई गई
भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म, जिसमें इंटरनेशनल फिल्मों के जेन को अपनाया गया है। दरअसल, इंटरनेशनल फिल्मों में ही अक्सर रोबोट और AI के कॉन्सेप्ट को देखा गया है, जिसे अब हिंदी सिनेमा ने भी अपनाया है। फिल्म के ट्रेलर की बात करें तो उसमे शाहिद और कृति की जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिल रही है।
नया कॉन्सेप्ट
फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ से फिल्म के डायरेक्टर अमित जोशी और आराधना साह ने एक ऐसा कॉन्सेप्ट नई जेनरेशन के सामने रखा है, जो थोड़ा मुश्किलों भरा और पुराना है, जिसमें कुछ फैमिली ड्रामा भी है और रिलेशनशिप कॉन्प्लीकेशन भी। इतना ही नहीं बल्कि इस फिल्म में आपको यंगस्टर्स की एक्सपेक्टेशन्स, कॉमिक सिचुएशन और इमोशन का भी जबरदस्त तड़का मिलेगा।
फिल्म की कहानी
इसी के साथ अगर फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की कहानी की बात करें तो इसमें आर्यन जो एक रोबोटिक्स इंजीनियर है और रोबोटिक कंपनी की मालिक उर्मिला मासी है। आर्यन के साथ भी वही दिक्कत हा, जो अक्सर हर युवा के साथ होती है कि घरवाले शादी करवाना चाहते हैं, लेकिन आर्यन तो आज की जेनरेशन के हैं, जिन्हें सिफ्रा यानी एक एंडवांस रोबोट से प्यार है। एंडवांस रोबोट सिफ्रा एकदम परफेक्ट है।
शादी-ब्याह वाली सिचुएशन्स
इस फिल्म में कुछ लाइनें ऐसी हैं, जो आपको बार-बार हंसने का मौका देंगी। वहीं, शादी-ब्याह वाली सिचुएशन्स भी है, जो फैमिली ऑडियंस को अपनी ओर खींचती है। साथ ही फुट टैपिंग गाने हैं, जिस पर आप जमकर थिरक सकते हैं। टेक्नॉलॉजी है, जिसने पूरी दुनिया को एडिक्ट बना डाला है और इमोशन भी है… जो इसे परफेक्ट एंटरटेनर बनाती हैं।
ओवरडोज ऑफ टेक्नॉलजी नहीं
फिल्ममेकर्स ने इस फिल्म में खास ध्यान रखा है कि इसमें ओवरडोज ऑफ टेक्नॉलजी बिल्कुल ना दिखे। साथ ही रोमांस भी जुड़ा रहे और इंडियन इमोशन का भी तड़का लगा रहे। फिल्म का म्यूजिक इसको ट्रेडिंग बनाता है और इसकी सिनेमैटोग्राफी बेहद खूबसूरत है। इसके अलावा रोबोटिक्स दिखाने का खेल कुछ कमजोर नजर आया और यहां पर फिल्म में VFX की भी कमी नजर आई।
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया को 4 स्टार
इसके बाद आते हैं परफॉरमेंस पर, तो फिल्म में सिफ्रा बनी कृति मदर ड्राइव की तरह नजर आती है। कृति ने अपने किरदार को बखूबी पेश किया है। इसके अलावा आर्यन बने शाहिद कपूर ने भी अपने कन्फ्यूज़्ड कैरेक्टर, डांसिग स्किल, रोमांस और इमोशन्स से अपने किरदार को निखारा है। इस फिल्म में शाहिद और कृति के किरदार ने अलग तड़का लगाया है। तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया एक परफेक्ट वैलेंटाइन फिल्म है, जो सिर्फ़ प्यार में पड़ना नहीं बल्कि उसे समझना भी सिखाती है। फिर क्लाइमेक्स में जाह्नवी कपूर वाला सरप्राइज इसे और दिलचस्प बनाता है। तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया को 4 स्टार।