Bollywood First Colour Film: हिंदी सिनेमा में सुपरहिट से लेकर महाफ्लॉप फिल्में आई हैं. बॉलीवुड की कई ऐसी फिल्में रही हैं, जो आज भी लोगों के जहन में हैं. हालांकि, हिंदी सिनेमा में पहले ब्लैक एंड व्हाइट फिल्में बनाई जाती थीं. समय के साथ-साथ बदलाव होते गए और सिनेमा में भी रंग चढ़ते गए. आज हम आपको बॉलीवुड की पहली रंगीन फिल्म के बारे में बता रहे हैं. आइए जानते हैं…
1937 में आई थी पहली रंगीन फिल्म
हिंदी सिनेमा की पहली रंगीन फिल्म की बात करें तो साल 1937 में इंडिया में पहली रंगीन फिल्म रिलीज की गई थी, जिसका नाम ‘किसान कन्या’ था. इसी फिल्म को भारत की पहली रंगीन फिल्म माना जाता है. फिल्म ने रिलीज होते ही कमाल कर दिया था और हिंदी सिनेमा के इतिहास को पूरी तरह से बदल दिया था.
ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों का दौर
भारतीय सिनेमा के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली इस फिल्म को बनाने के लिए मशीन और इक्विपमेंट जर्मनी से लाए गए थे. गौरतलब है कि भारत में लगभग 3 दशक तक ब्लैक एंड व्हाइट फिल्में चलती रही हैं, लेकिन समय के साथ-साथ फिल्में बनाने की शैली बदलती रही और सिनेमा को भी रंग मिल गए.
किसान के संघर्ष की कहानी
फिल्म ‘किसान कन्या’ की बात करें तो इस फिल्म का निर्देशन मोती गिडवानी ने किया था. इसका निर्माण अर्देशिर ईरानी ने इंपीरियल पिक्चर्स के बैनर तले किया था. इस फिल्म में एक गरीब किसान के संघर्ष और उसकी दुर्दशा के बारे में दिखाया गया है. गौरतलब है कि रंगीन फिल्मों को बनाने में ज्यादा खर्चा होता था.
पहली रंगीन फिल्म बनी
फिल्मों को शूट करने के बाद उन्हें विदेश भेजा जाता था और फिर वो एडिट होकर वापस आती थीं. इस फिल्म को रंगीन प्रिंट में बनाया गया था और इसे बनाने में बेहद खर्चा हुआ था. इसलिए इसे ज्यादा स्क्रीन पर जगह भी नहीं मिल पाई. फिल्म को कुछ ही सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. इसलिए ये एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. हालांकि, ये उतनी अच्छी कमाई नहीं कर पाई थी, लेकिन इसे भारत की पहली रंगीन फिल्म में गिना जाता है.
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