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Emergency की रिलीज के आडे़ आया CBFC, क्या है 10 सेकंड के सर्टिफिकेट का मतलब?

Emergency: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म रिलीज के करीब होकर भी रिलीज नहीं हो सकी, क्योंकि बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट ही नहीं दिया। आखिर क्या होता है ये सर्टिफिकेट, जिसकी वजह से फिल्म को रिलीज नहीं करने दिया गया।

Edited By : Nancy Tomar | Updated: Sep 7, 2024 10:24
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CBFC certificate
CBFC certificate

Emergency: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में बनी हुई है। हालांकि फिल्म को उसकी रिलीज से पहले ही रोक दिया गया है और फिल्म की रिलीज डेट में कई बार बदलाव होने के बाद भी इसको रिलीज नहीं किया जा सका, क्योंकि CBFC ने फिल्म को सर्टिफिकेट ही नहीं दिया। आखिर क्या होता है इस सर्टिफिकेट का मतलब? जिसकी वजह से फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज के इतने करीब होकर भी रिलीज नहीं हो सकी।

क्या होता है CBFC सर्टिफिकेट?

CBFC के सर्टिफिकेट की बात करें तो ये वहीं सर्टिफिकेट होता है, जिसकी वजह से कंगना की फिल्म रिलीज नहीं हो सकी। CBFC ने फिल्म को सर्टिफिकेट जारी नहीं किया। वहीं, अगर इस सर्टिफिकेट की बात करें तो आपने हर फिल्म की शुरुआत में एक सर्टिफिकेट देखा होगा, जो करीब 10 सेकंड का होता है। हालांकि अक्सर लोग इस सर्टिफिकेट पर ध्यान नहीं देते हैं और इसे इग्नोर करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर ये सर्टिफिकेट किसी फिल्म को नहीं मिलता तो उसकी रिलीज पर रोक लग जाती है, जो अभी कंगना की फिल्म के साथ हो रहा है।

क्या है CBFC बोर्ड?

CBFC बोर्ड की बात करें तो सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत आता है, जो किसी भी फिल्म के लिए सर्टिफिकेट जारी करता है। इसे सिनेमैटोग्राफ अधिनियम 1952 के तहत बनाया गया था। बोर्ड में एक चेयरमैन और 23 सदस्य होते हैं, जिनकी नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है।

CBFC की होती हैं चार कैटेगरी

जी हां, फिल्म सर्टिफिकेशन के लिए नहीं बल्कि चार कैटेगरी होती हैं और सीबीएफसी भी इन्हीं केटेगरी के तहत किसी भी फिल्म को सर्टिफिकेशन देता है। कौन-कौन-सी होती हैं, वो चार कैटेगरी? आइए जानते हैं…

  • U (जिसका मतलब होता है- यूनिवर्सल): अगर किसी फिल्म को इस कैटेगरी का सर्टिफिकेट मिलता है, तो उन्हें बिना किसी रोक के कहीं पर भी देखा जा सकता है। इस कैटेगरी के तहत आने वाली फिल्मों को सभी उम्र के लोग देख सकते हैं, जिसमें बच्चे भी शामिल होते हैं।
  • UA (माता-पिता का मार्गदर्शन): अगर किसी फिल्म को इस कैटेगरी में सर्टिफिकेट मिला है, तो साफ है कि इन फिल्मों के 12 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं देख सकते। हालांकि अगर इस तरह की फिल्मों को देखने के दौरान अगर पेरेंट्स अपने बच्चे को इसका मतलब सही से समझाए, तो इन्हें भी सार्वजनिक तौर दिखाया जाता है।
  • A (वयस्क): अगर किसी फिल्म को इस कैटेगरी में सर्टिफिकेट दिया गया है, तो साफ है कि इन फिल्मों को 18 साल की उम्र से कम के लोग नहीं देख सकते। इस तरह की फिल्मों में एडल्ट कंटेंट होता है, जो 18 से कम उम्र के लिए बैन होता है। इन फिल्मों में ज्यादा हिंसा और खून-खराबा शामिल होता है।
  • S (प्रतिबंधित): इस कैटेगरी में वहीं फिल्में आती हैं, जो स्पेशल ऑडियंस के लिए होती है। इसमें प्रोफेशनल वाली चीजें शामिल होती हैं। इस तरह की फिल्में ज्यादातर विशेष विषयों पर आधारित होती है, जो आम लोगों के लिए उपयुक्त नहीं होती।

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Written By

Nancy Tomar

First published on: Sep 07, 2024 10:24 AM

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