TS Kalyanaraman: कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewelers) भारत के आभूषण उद्योग में सबसे लोकप्रिय नामों में से एक है। कल्याण ज्वैलर्स की स्थापना 1993 में टीएस कल्याणरमन (TS Kalyanaraman) ने की थी। कल्याणरमन कल्याण ज्वैलर्स और कल्याण डेवलपर्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। टीएस कल्याणरमन केरल के तिरुवनंतपुरम से हैं और एक तमिल ब्राह्मण परिवार से हैं।
फोर्ब्स के अनुसार, टीएस कल्याणरमन की कुल संपत्ति 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। कल्याण ज्वैलर्स का मार्केट कैप 17,716.91 करोड़ रुपये है।
पिता की दुकान में शुरू किया काम
कल्याणरमन ने महज 12 साल की उम्र में अपने पिता की दुकान में काम करना शुरू कर दिया था। कल्याणरमन ने श्री केरल वर्मा कॉलेज से वाणिज्य की पढ़ाई की है। टीएस कल्याणरमन ने त्रिशूर शहर में कल्याण ज्वैलर्स का पहला स्टोर खोला था।
कल्याण ज्वैलर्स अब भारत के सबसे बड़े आभूषण ब्रांडों में से एक है। कल्याण ज्वैलर्स के पास लगभग 8,000 कर्मचारियों का कार्यबल है। इसके 140 शोरूम हैं।
ग्राहक संतुष्टि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण
टीएस कल्याणरमन की एक अच्छी बात यह है कि उन्होंने कभी भी एक प्रमुख ब्रांड बनाने का श्रेय खुद नहीं लिया। उन्होंने एक बार कहा था कि चाहे राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय, ग्राहक संतुष्टि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
टीएस कल्याणरमन की पत्नी रमादेवी एक गृहिणी हैं। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़े बेटे, राजेश कल्याणरमन की शादी माया राजेश से हुई है। जबकि उनके दूसरे बेटे रमेश कल्याणरमन की शादी दीपा रमेश से हुई है। उनकी बेटी, राधिका एक गृहिणी है और उनकी शादी कार्तिक आर से हुई है। वे कल्याण डेवलपर्स में प्रबंध निदेशक भी हैं।
बिड़ला, टाटा और अंबानी के ब्रांड के साथ कल्याण ज्वैलर्स
Technopak रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आभूषणों की मांग क्षेत्रीय प्राथमिकताओं से काफी अधिक रहती हैं। दक्षिण भारत ही कुल घरेलू खपत में 40 प्रतिशत का योगदान देता है।
अरबपति कुमार मंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाले आदित्य बिड़ला समूह (ABG) ने अब पूरे भारत में विशेष आभूषण खुदरा स्टोर शुरू करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है। ‘Novel Jewels’ नाम के स्टोर इन-हाउस आभूषण ब्रांड बेचेंगे।
बिड़ला का नया उद्यम कल्याण ज्वैलर्स, टाटा समूह के तनिष्क और मुकेश अंबानी की रिलायंस ज्वेल्स को सीधी चुनौती देगा। हालांकि, कल्याण ज्वैलर्स कंपनी के मालिक टीएस कल्याणरमन अन्य देश के बड़े उद्योगपतियों की तरह पहचाने नहीं जाते, लेकिन उनकी ये कंपनी आभूषण व्यवसाय में एक बड़ा नाम है, जो बड़े-बड़े उद्योगपतियों की कंपनियों को टक्कर देती है।
भारतीय सोने के बाजार में कुछ अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी हैं। इनमें मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स, रिलायंस ज्वेल्स, Joyalukkas, जीआरटी ज्वैलर्स, Tribhovandas भीमजी ज़वेरी और भीमा ज्वैलर्स हैं। उम्मीद है कि भारत में संगठित सोने का बाजार 2025 तक 40% तक बढ़ जाएगा।