TCS Reduce Variable Pay: भारत की जानी मानी आईटी कंपनियों में गिनी जाने वाली टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने जुलाई-सितंबर 2024 अवधि यानी वर्ष की दूसरी तिमाही में कुछ कर्मचारियों वेरिएबल पे को घटा दिया है। बता दें कि ये बदलाव सिनियर लेवल के कर्मचारियों को लिए किया गया है। कंपनी का कहना है कि बिजनेस में अनिश्चित मांग का माहौल बना हुआ है,जिस कारण ये कदम उठाया गया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
इन कर्मचारियों को नहीं मिला वेरिएबल
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ कर्मचारियों को उनके वेरिएबल सैलरी का केवल 20-40 प्रतिशत ही मिला, जबकि कुछ कर्मचारी ऐसे भी है ,जिनको कोई पेमेंट नहीं दी गई है। हालांकि पिछले क्वॉटर में कर्मचारियों को 70 प्रतिशत पेमेंट दी गई थी।
बता दें कि टीसीएस में वेरिएबल पे वर्क फ्रॉम ऑफिस अटेंडेंस और आपके इंडिविजुअल बिजनेस यूनिट के परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। हाल में किए गए बदलाव मांग में चल रही चुनौतियों और आर्थिक अनिश्चितताओं को दर्शाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण ये हैं कि दूसरी तिमाही में टियर-I आईटी कंपनियों ने सिंगल डिजिट ग्रोथ देखी गई है।
कितनी रहा कंपनी का नेट प्रॉफिट
Q2FY25 में TCS ने स्थिर मुद्रा (CC) में साल-दर-साल 5.5 प्रतिशत की रेवेन्यू बढ़ोतरी देखी गई है, जो 64,259 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी, वहीं कंपनी का नेट प्रॉफिट 11,909 करोड़ रुपये था।
TCS के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि Q2FY25 के लिए हमने कंपनी भर में जूनियर ग्रेड को 100% QVA(Quarterly Variable Allowance) का भुगतान किया है। अन्य सभी ग्रेड के लिए QVA उनकी यूनिट के बिजनेस परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। इस साल अप्रैल में कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए एनुअल सैलरी ग्रोथ की घोषणा की थी, जिसमें टॉप परफॉर्मेंस करने वालों को डबल डिजिट में सैलरी इन्क्रीमेंट दिया गया था।
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