RBI repo rate hike: केंद्रीय बजट के बाद अपनी पहली मौद्रिक नीति बैठक में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। इसलिए, यह निश्चित रूप से फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों के लिए खुशी लेकर आएगा क्योंकि बहुत जल्द बैंक जमा दरों में बढ़ोतरी के मामले में ग्राहकों को लाभ देना शुरू कर देंगे।
हालांकि, इस बात को बारीकी से जांचा जाएगा कि फरवरी में नीतिगत दर में बढ़ोतरी के बाद बैंक अपनी एफडी दरों में कितना इजाफा करते हैं। ऐसे में Mint ने कई विशेषज्ञों के हवाले से लिखा, ‘वास्तव में बैंक ऋण दरों में वृद्धि का बैंक जमाकर्ताओं और नए ऋण लेने वालों दोनों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। रेपो दर में वृद्धि के बाद बैंक अपने उपभोक्ता ऋण पर ब्याज दर बढ़ाते हैं और वे अक्सर ऋण की ब्याज दर में वृद्धि के बाद मासिक ईएमआई बढ़ाने के बजाय ऋण की अवधि बढ़ा देते हैं।’
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एफडी में निवेश करने का सबसे अच्छा समय
विशेषज्ञ कहते हैं, ‘निश्चित आय योजनाओं में निवेश करने का यह अच्छा समय है। निवेशक कम अवधि की श्रेणी में और मध्यम से लंबी अवधि की श्रेणी में निवेश कर सकते हैं।’ बताया गया कि फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों के लिए यह वास्तव में एक अच्छी खबर है क्योंकि बैंक डिपॉजिट दरें बढ़ाएंगे।
जमा की दर भी कुछ मार्जिन से बढ़ जाएगी, जिससे एफडी अधिक आकर्षक हो जाएगी और निश्चित आय का स्रोत प्रदान करेगी। इसके कारण अधिक लोग एफडी में निवेश करने के लिए इच्छुक होंगे जिससे बाजार में फ्री फ्लोटिंग मनी की कमी पैदा होगी। इससे बदले में बैंकों के खुदरा ग्राहकों द्वारा किए जाने वाले खर्च में कमी आएगी।
बैंक की एफडी दरें (Latest)
वर्तमान में, शीर्ष बैंक, जैसे SBI, एक्सिस बैंक, HDFC, ICICI और कोटक बैंक, 3% – 6.35% की सीमा में ब्याज दर प्रदान करते हैं। 2 साल की अवधि के लिए, SBI एफडी की ब्याज दर 6.75%, एक्सिस बैंक एफडी 7.26%, एचडीएफसी बैंक एफडी 7%, आईसीआईसीआई बैंक एफडी 7% और कोटक बैंक एफडी की ब्याज दर 6.75% है। हालांकि, IDFC First Bank और इंडसइंड बैंक 2 साल की एफडी के लिए 7.5% की ब्याज दर की पेशकश करते हैं।
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RBI ने रेपो दर को इतना बढ़ाया
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने बुधवार को प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत करने का फैसला किया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि एमपीसी के छह सदस्यों में से चार ने रेपो दर में इस बढ़ोतरी के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।