Indian Railways Concession: भारतीय रेलवे एक बड़ा नेटवर्क है। प्रति दिन लाखों-करोड़ों लोग इसके माध्यम से अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। यात्रा के लिए आप ऑनलाइन या PRS काउंटरों से टिकट बुक करते हैं। इसके साथ ही हर रोज कई सारी बातों अपने दिमाग में आती होंगी, लेकिन क्या कभी यह आया कि भारतीय रेलवे की तरफ से दी जाने वाली रियायतें किनके लिए है और इसके क्या फायदे हैं? बता दें कि रेलवे अपने यात्रियों को रियायतें देता है। भारतीय रेलवे की तरफ से जारी इन नियमों के बारे में जानें
भारतीय रेलवे पुरस्कार विजेताओं, बेरोजगार युवाओं, छात्रों, सेना कर्मियों, विकलांगों, एस्कॉर्ट्स, पर्यटक गाइडों, रोगियों, महिलाओं, डॉक्टरों आदि सहित यात्रियों की विभिन्न श्रेणियों के लिए रियायतें प्रदान करता है।
भारतीय रेलवे में रियायतों के सामान्य नियम
- एक समय में यात्री एक ही प्रकार की रियायत का लाभ उठा सकते हैं।
- न्यूनतम 300 किमी की दूरी के लिए यात्रा रियायत लागू है।
- यात्री अलग किराया देकर भी रियायती टिकट को उच्च श्रेणी में नहीं बदल सकते हैं।
15 प्रकार की मिलती हैं रियायतें
Covid-19 से पहले रेलवे 53 तरह की रियायतें देता था। लेकिन अब भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायत सहित 38 रेल रियायतें रद्द कर दी हैं। हालांकि, वरिष्ठ नागरिकों को लोअर बर्थ देने की सुविधा अभी भी बरकरार है। वहीं, अब भारतीय रेलवे छात्रों सहित 15 प्रकार की आईआरसीटीसी रेल रियायतें प्रदान करता है, जिन्हें 3-श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
इन लोगों को 50% से 100% तक मिलती है छूट
- मरीजों को रेल रियायत दी जाती है। मरीजों की श्रेणी में, भारतीय रेलवे 11 प्रकार के रोगियों के लिए 50% से 100% रियायत की अनुमति देता है, जिसमें कैंसर रोगी, गैर-संक्रामक कुष्ठ रोगी, हृदय रोगी, किडनी रोगी, थैलेसीमिया प्रमुख रोग रोगी, हीमोफिलिया रोगी, एड्स रोगी आदि शामिल हैं।
- विकलांग व्यक्ति श्रेणी के लिए भारतीय रेलवे रियायत देता है। विकलांग व्यक्ति श्रेणी के तहत, भारतीय रेलवे 4 प्रकार के विकलांग व्यक्तियों के लिए 25% -75% रियायत प्रदान करता है, जिसमें अस्थि विकलांग/पैराप्लेजिक व्यक्ति, दृष्टिहीन व्यक्ति, मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति और स्लीपर और एसी क्लास में मूक और बधिर व्यक्ति शामिल हैं।
- आईआरसीटीसी छात्रों को भी छूट प्रदान करता है। भारतीय रेलवे स्नातक स्तर तक की छात्राओं और 12वीं कक्षा तक के लड़के, जो गृहनगर और शैक्षिक दौरे पर जा रहे हैं। साथ गी प्रवेश परीक्षा जैसे मेडिकल इंजीनियरिंग आदि में जाने वाली लड़कियों के लिए आईआरसीटीसी में रियायती टिकट जारी करता है।
- रेलवे की इन रियायतों के तहत छात्र स्लीपर और सेकेंड सिटिंग क्लास में मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) और तिमाही सीजन टिकट (क्यूएसटी) प्राप्त कर सकते हैं। स्नातक तक की लड़कियां और 12वीं कक्षा तक के लड़के मुफ्त द्वितीय श्रेणी एमएसटी प्राप्त कर सकते हैं। स्कूलों या विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित या मान्यता प्राप्त किसी टूर्नामेंट में भाग लेने वाले छात्र भी रियायत के पात्र होंगे।
छूट कैसे पाएं?
- आप स्टेशन रिजरवेशन केंद्र पर रियायतों को लेकर अपनी बात रख सकते हैं। आपको सीधे स्टेशन के टिकट बुकिंग कार्यालयों में आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
- इसके अलावा रियायत लेने के लिए, आपको रेलवे क्षेत्र, मंडल या क्षेत्रीय रेलवे मुख्यालय के नामित वाणिज्यिक अधिकारियों से संपर्क करना होगा।