Gold Rate will Down Inside Reason: भारत में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमत एक लाख रुपये के पार हो चुकी है. जानकर हैरान होंगे कि सोने के सबसे बड़े खरीददार दुनिया भर के सेंटल बैंक हैं और उनमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल है. सोने के कीमतों में गिरावट के संकेत आने की वजह इन बैंकों से जुड़ी है. दरअसल, जुलाई 2024 में सेंट्रल बैंकों ने जितना सोना खरीदा था, इस बार उससे 70 फीसदी कम सोना खरीदा. सवाल यह है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक लाख के पार पहुंच चुके रेट पर सोना खरीदने से क्यों झिझक रहा है, क्या आने वाले समय में सोना सस्ता होने के आसार हैं? या कोई और वजह है, जानें विशेषज्ञ से
सोने के दाम बढ़ने से कम हुई खरीद
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोने के दाम आसमान को छूने की वजह से सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीद पहले से कम की है. 11 सितंबर को दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत एक लाख 10 हजार के पार और 22 कैरेट सोने की कीमत एक लाख 6 हजार रुपये के पार रही. एक्सपर्ट का मानना है कि सोने के दाम तेजी से बढ़ने के कारण भी लोगों ने कम सोना खरीदा है और उन्हें दामों में कमी आने का इंतजार है. वहीं, इसी वजह से आरबीआई (RBI Gold Buying) और दुनिया के कई सेंट्रल बैंकों ने भी सोना कम खरीदा.
⚡ BREAKING: India trims US Treasury holdings from ~$242B to ~$227B, while adding ~39 tonnes of gold to its reserves.
— OSINT Updates (@OsintUpdates) September 3, 2025
The RBI shrank its US Treasury bill holdings to $227bn in June 2025, down from $242bn a year earlier. Conversely, India added 39.22 metric tonnes of gold to its… pic.twitter.com/BgwKBmlwsF
क्या कहते हैं सेंट्रल बैंक के आंकड़े
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के बयान के मुताबिक, ग्लोबल सेंट्रल बैंकों के आंकड़ों के हिसाब से बात की जाए तो आरबीआई समेत दुनिया के कई सेंट्रल बैंकों ने जुलाई में नेट 10 टन सोना खरीदा. सेंट्रल बैंक के आंकड़े बताते हैं कि जुलाई 2025 में सोना खरीद का आंकड़ा जुलाई 2024 से 70 फीसदी कम है. साल 2025 की पहली तिमाही में सेंट्रल बैंकों ने 123 टन सोना खरीदा जो पिछले साल इसी समय अवधि में खरीदे गए 130 टन गोल्ड से कम है. सेंट्रल बैंकों के इस नियम को भारतीय रिजर्व बैंक भी फॉलो कर रहा है.
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अब विशेषज्ञ की बात पर गौर करें
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, केनरा बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट जी माधवनकुट्टी ने सोने के बढ़ते दामों का कारण दुनिया में चल रहे राजनीतिक तनावों को बताया. भू-राजनीतिक तनाव कम होंगे तो सोना भी सस्ता होगा. सेंट्रल बैंक फिर गोल्ड रिजर्व बढ़ाने के लिए बेहतर अवसर ढूढेंगे. जी माधवनकुट्टी के मुताबिक, आरबीआई भी सेंट्रल बैंक के पैटर्न पर चल रहा. आरबीआई ने भी गोल्ड खरीद पर होल्ड बढ़ाया है. सोने के रिकार्ड तोड़ते रेट और जियो-पॉलिटिकल टेंशन को देखते हुए बैंक अभी सोना खरीदने से हिचक रहे हैं.
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ट्रंप ने टैरिफ से दी छूट तो भी सस्ता होगा सोना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगर भारत पर लगाए टैरिफ से छूट देते हैं तो भी सोने के दाम में गिरावट देखने को मिल सकती है. फिल्हाल ट्रंप ने पार्टनर देशों के लिए सोने समेत 45 चीजों पर टैरिफ छूट का ऐलान किया. इसे लेकर हुए समझौते पर ट्रंप ने साइन कर दिए हैं. इस आदेश के तहत उन देशों को टैरिफ से छूट मिलेगी जो अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते करते हैं. टैरिफ से छूट सोमवार 8 सितंबर से लागू हो चुकी है. अमेरिकी ट्रेड लॉस को कम करने के लिए ट्रंप ने यह कदम उठाया है. ट्रंप के इस कदम ने सोने को बल दिया है.
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