NGT Updates: हवा में दिन ब दिन वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है इसे कम करने के लिए समय समय पर सरकारें कदम उठाती रहती है, इसी क्रम में अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने एक महत्वपूर्णं कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल में 15 साल से ज्यादा पुराने सभी वाहनों को फेज आउट करने का आदेश दिया है। अगले छह महीनों में चरणबद्ध तरीके से वाहनों को हटा दिया जाएगा और यह आदेश पूरे राज्य में लागू किया गया है।
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पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 18,20,382 निजी वाहन हैं, जो 15 साल से पुराने हैं। चरणबद्ध तरीके से इन वाहनों को हटा दिया जाएगा। वाणिज्यिक वाहनों की बात करें तो तकरीबन 2,19,137 यूनिट्स को चरणबद्ध तरीके से फेज आउट करने की जरूत है। विशेषज्ञ सदस्य सैबल दासगुप्ता और न्यायमूर्ति बी अमित स्टालेकर की अध्यक्षता में एजेंसी की पूर्वी पीठ द्वारा एनजीटी का यह आदेश कोलकाता में पारित किया गया था। आदेश में कहा गया है, “पुराने वाहनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करते हुए कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) बसों और इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत के साथ क्लीनर और हरित प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की दिशा में एक कदम बढ़ाया जा सकता है।”
हावड़ा और कलकत्ता में भी वायु प्रदुषण बहुत ज्यादा है, जो लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी का कहना है, “कोलकाता में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों से, पीएम2.5 प्रदूषण का लगभग 25 प्रतिशत जो सांस लेने पर फेफड़ों के अंदर गहराई तक घुस सकते हैं और 10 प्रतिशत पीएम 10 प्रदूषण आते हैं।”
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ग्रीन एक्टिविस्ट सुभाष दत्ता ने इस बावत 2021 में एनजीटी में एक याचिका दायर की थी। आदेश आने के बाद दत्ता ने इसे एतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “लेकिन यह सिर्फ शुरुआत और काम यहां से शुरू होना है। राज्य में लगभग एक करोड़ ऐसे पुराने वाहन चल रहे हैं और छह महीने की समय सीमा के भीतर उन सभी को हटाना संभव नहीं है। हम इसे लेकर चिंतित हैं और इस मामले को और सक्रियता से आगे बढ़ा रहे हैं।”
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