Jyotish Tips: जब भी ज्योतिष शास्त्र की बात आती है तो केवल सूर्य, शनि, मंगल, राहु और केतु को ही महत्व दिया जाता है। हालांकि यह सही नहीं है। सभी ग्रह सृष्टि की अलग-अलग वस्तुओं और गुणों के कारक हैं। यही कारण है कि वे हमारे जीवन की अलग-अलग चीजों पर असर डालते हैं। किसी भी ग्रह की अनुकूलता या प्रतिकूलता से उससे जुड़े कारक पर भी असर पड़ता है।
यदि सूर्य आत्मा और राजसत्ता का प्रतीक है तो चन्द्रमा मन का कारक है। मंगल ग्रह शरीर में बहने वाले रक्त और युद्ध का कारक है। बुध हमारी वाणी और बुद्धि को नियंत्रित करता है। गुरु व्यक्ति की आत्मा, मानसिक बल और ज्ञान को दर्शाता है। शुक्र भोग, ऐश्वर्य औऱ काम वासना तथा आनंद का प्रतीक है। शनि को न्याय का देवता माना गया है। अंत में राहु और केतु बचते हैं जो जिस भी ग्रह के साथ मिलते हैं, उसी के गुण-अवगुणों को कई गुणा बढ़ा देते हैं।
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भगवान विष्णु का प्रतिनिधि है बुध ग्रह (Jyotish Tips and Budh Grah)
वर्तमान के ज्योतिषी बुध ग्रह को सबसे कम महत्व देते हैं जबकि यह भी अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यदि जन्मकुंडली में बुध प्रतिकूल हो तो व्यक्ति की वाणी खराब होती है, अथवा वह बोल भी नहीं पाता है। वह जीवन में कभी व्यापार नहीं कर पाता और सदैव नौकरी करनी पड़ती है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो बुध को धन और समृद्धि देने वाला ग्रह माना गया है। यह भगवान विष्णु का प्रतिनिधिकारक ग्रह है।
बुध के अनुकूल होने पर मिलता है यह फल
यदि किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में बुध अनुकूल होता है तो वह बहुत ही सुंदर होता है। ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Tips) के अनुसार उसकी आंखों में एक आकर्षण होता है। वह एक कुशल वक्ता और बुद्धिमान होता है। उसका स्वभाव भी सौम्य होता है। ऐसे व्यक्ति अक्सर नौकरी छोड़ कर अपना व्यापार ही शुरू करते हैं, और उसमें सफल भी होते हैं। बुध से प्रभावित जातकों का कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छा होता है। वे हर चीज को तर्क के हिसाब से तोलते हैं। बुध प्रभावित लोग प्रायः लेखक, एंकर, वकील, पत्रकार, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर या व्यापारी होते हैं।
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बुध प्रतिकूल हो तो सब डूब जाता है
यदि जन्मकुंडली में बुध प्रतिकूल हो या अशुभ प्रभाव दे रहा है तो यह ठीक नहीं माना गया है। ऐसे व्यक्ति की वाणी में तुतलाहट या हकलाहट होती है। वह शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर होता है। गणित जैसे विषयों में वह पूरी तरह डूब जाता है। दरिद्रता जीवन भर उसके साथ चलती रहती है। ऐसे लोगों को अपनी भाग्य संवारने के लिए बुध के उपाय करने चाहिए।
क्या हैं बुध के उपाय (Budh Ke Upay)
- भोजन से पहले गंगाजल के साथ तुलसी का एक पत्ता निगल लें। इससे बुध अनुकूल होगा।
- बुध ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए बुधवार का व्रत करें। इस दिन बिना नमक वाला मूंग से बने खाद्य पदार्थ को भोजन रूप में ग्रहण करना चाहिए।
- भगवान विष्णु की आराधना करने से भी बुध सहित अन्य सभी ग्रह अनुकूल बन जाते हैं। साथ ही प्रत्येक बुधवार को विष्णुसहस्रनामस्रोत का भी जप करें।
- आप किसी अच्छे ज्योतिषी से पूछ कर पन्ना रत्न भी धारण कर सकते हैं। इससे बुध की अनुकूलता प्राप्त होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।