Jaya Kishori Marmik Pravachan : जया किशोरी (Jaya Kishori) एक प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और कथावाचक हैं। देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में उनके लाखों प्रशंसक हैं, जोकि उनकी कथाओं के दीवाने हैं। जया किशोरी को लोग मीरा भी कहते हैं। जया किशोरी भागवत कथा के साथ-साथ अपने प्रवचनों से लोगों को धर्म और भक्ति मार्ग से जोड़े रखतीं हैं। उनके भजन गाने और कथा सुनाने का खास अंदाज लोगों को बहुत प्रिय है।
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वहीं जया किशोरी जी कहतीं हैं कि लोगों को कभी भी जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि जबरदस्ती करने से किसी चीज का हल नहीं निकलता है। वे कहतीं हैं कि कभी भी भगवान तक ने किसी चीज को लेकर जबरदस्ती नहीं की। वे कहतीं हैं कि अगर भगवान को जबरदस्ती करनी होती तो महाभारत का युद्ध ही नहीं हुआ होता। भगवान श्रीकृष्ण दुर्योधन को दो थप्पड़ लगाते और सीधा कर देते। यानी बल का प्रयोग करके भगवान दुर्योधन को चुप करा सकते थे। परंतु भगवान कभी भी जबरदस्ती नहीं करते हैं।
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रास्ता दिखाते हैं भगवान
जया किशोरी जी कहतीं हैं कि भगवान व्यक्ति को रास्ता दिखाते हैं, पर जबरदस्ती नहीं करते हैं। दुर्योधन को रास्ता दिखाने के लिए कि क्या सही है और क्या गलत है। बल प्रयोग के बजाए भगवान शांतिदूत बनकर हस्तिनापुर आए थे। साथ ही भगवान सहीं और गलत रास्ते पर जाने का मतलब भी व्यक्ति को बताते हैं। सहीं रास्ते पर जाने से व्यक्ति को क्या लाभ होगा और गलत रास्ते पर जाने से व्यक्ति को क्या नुकसान होगा, ये सब भगवान बताते हैं।
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चलना आपका काम
सही रास्ते पर चलना है या गलत रास्ते पर जाना है, ये व्यक्ति का ही काम है। अगर व्यक्ति कहे कि उसे खाई वाले रास्ते पर जाना है, उसे मरना है, उसे गिरना है तो उसे भगवान कभी नहीं रोकते हैं। इसीलिए हमेशा ही इंसान को सत्य की राह पर चलना चाहिए।
प्रवचन जया किशोरी जी
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