Budhwar Puja Vidhi Niyam: बुधवार, बुद्धि के कारक बुध ग्रह और भगवान गणेश का दिन है। इस दिन अधिकांश लोग गणपति की विधि-विधान से पूजा करते हैं। कहा जाता है कि कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए बुधवार को विधि पूर्वक व्रत रखना चाहिए। साथ ही इस दौरान प्रथम पूज्य गणेश की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। ऐसे में अगर आप भी बुधवार का व्रत रखते हैं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें।
बुधवार व्रत नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुधवार का व्रत किसी शुक्ल पक्ष के किसी भी बुधवार से शुरू करना अच्छा है। साथ ही इस व्रत लगातार 21 बुधवार तक रहना चाहिए। सही विधि से बुधवार का व्रत रखने पर धन की प्राप्ति बुद्धि में वृद्धि और बिजनेस में आर्थिक स्थिति अच्छी होती है। बुधवार व्रत के दौरान हरे रंग का कपड़ा पहनना शुभ माना गया है। इसके साथ ही जो लोग बुधवार का व्रत रखते हैं, उन्हें बुध ग्रह की पूजा और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
बुधवार को कैसे करें पूजा
बुधवार का व्रत रखने वालों को इस दिन सूर्य उदय से पहले जगना चाहिए। इसके बाद साफ-सुथरे कपड़े पहने। फिर पूजा घर में भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र के सामने धूप-दीप जलाएं। भगवान को बेलपत्र, अक्षत और दूर्वा अर्पित करें। इसके बाद गं गणपते नमः मंत्र का 11, 21 या 108 बार जाप करें। पूरे दिन व्रत रखें। बुधवार व्रत की कथा का पाठ और आरती करें।
फिर शाम के समय (सूर्यास्त) भगवान गणेश के सामने धूप-दीप जलाकर आरती करें। फिर प्रसाद का भोग लगाएं। प्रसाद खुद भी खाएं और दूसरों को भी दें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।