Budhwar Ke Upay,Ganesh Mantra: सनातन धर्म में सप्ताह के प्रत्येक दिन पूजनीय माना गया है। ऐसे ही बुधवार को भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि बुधवार के दिन जब कोई जातक विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करते हैं,उनकी सारी समस्याएं खत्म हो जाती है। साथ ही सभी कामों में सफलतापूर्ण संपन्न भी हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गणेश जी को सभी देव में सर्वश्रेष्ठ माना गया है और सर्व प्रथम पूजनीय भी माना गया है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्रों का जाप करना होगा, तभी आपको ग्रह दोष से मुक्ति मिल सकती है। तो आइए आज इस खबर में में भगवान गणेश के 8 चमत्कारी मंत्रों के बारे में जानेंगे। तो आइए विस्तार से जानते हैं।
भगवान गणेश के 8 चमत्कारी मंत्र
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
‘गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लंबोदराय सकलाय जगद्धितायं।नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते।।
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश ।।
अमेयाय च हेरंब परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः।।
ॐ नमो सिद्धि विनायकाय सर्व कार्य कर्त्रेयसर्व विघ्न प्रशमनाय सर्वाजाय वश्यकर्णाय
सर्वजन सर्वस्त्री पुरुष आकर्षणाय श्रीं ॐ स्वाहा..!!
एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।