ब्रिटेन (Britain) में नए प्रस्तावित कानून के तहत अगले कुछ वर्षों में धूम्रपान (smoking) पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (British Prime Minister Rishi Sunak) ने उम्मीद जताई है कि साल 2040 तक ब्रिटेन ‘धूम्रपान मुक्त’ (Smoke-free) हो जाएगा। ब्रिटेन दुनिया में न्यूजीलैंड (New Zealand) के बाद दूसरा ऐसा देश होगा जो अपने देश की आने वाली पीढ़ी को धूम्रपान से रोकने के लिए कानून बनाएगा। दुनिया के सभी देशों में धू्म्रपान एक सामाजिक बुराई बन गया है। धू्म्रपान के कारण लोगों को कैंसर (Cancer) समेत कई तरह की गंभीर बीमारियां होती हैं, जिसके इलाज में लोग अपनी गाढ़ी कमाई गवां बैठते हैं। इस खतरे को देखते हुए ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने देश को 2040 तक धूम्रपान मुक्त करने का फैसला लिया है।
इसके लिए ब्रिटेन में नये कानून बनाने की बात चल रही है। धूम्रपान की लत लोगों को किस तरह लग चुकी है इसको आप यहां समझ सकते हैं। दुनिया में एक छोटा देश कीवी है जिसकी आठ फीसदी आबादी धूम्रपान करती है, जो ऐतिहासिक रूप से सबसे कम है। वहीं ब्रिटेन के लगभग 12.9 प्रतिशत वयस्क धूम्रपान करते हैं, और 8.7 प्रतिशत प्रतिदिन ई-सिगरेट का उपयोग करते हैं।
यह भी पढ़ें : जानिए कौन हैं NASA में तैनात भारतीय मूल के वैज्ञानिक अरोह बड़जात्या? जो सूर्य ग्रहण पर एक साथ लॉन्च करेंगे 3 रॉकेट
धूम्रपान पर नया प्रतिबंध क्या है?
ब्रिटिश सरकार को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से 2075 तक 17 लाख लोग धूम्रपान कम करेंगे, जबकि अभी मौजूदा संख्या 64 लाख है। मैनचेस्टर में 2023 कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में अपने भाषण में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने घोषणा की कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चे कानूनी रूप से सिगरेट नहीं खरीद सकेंगे। सुनक ने कहा, ‘हमें बीमारी, विकलांगता और मृत्यु के सबसे बड़े कारण को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि देश में धूम्रपान से 4 कैंसर होने पर एक आदमी मर जाता है।
धूम्रपान प्रतिबंध से कौन प्रभावित होगा?
ब्रिटेन में नए कानून के आने से 1 जनवरी, 2009 को या उसके बाद पैदा हुए किसी भी व्यक्ति के लिए तंबाकू उत्पाद बेचना अवैध हो जाएगा। इसमें सुझाव दिया गया है कि 31 दिसंबर, 2008 को या उससे पहले पैदा हुआ 15 वर्षीय किशोर हमेशा सिगरेट खरीदने में सक्षम होगा। लेकिन प्रधानमंत्री ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए डिजाइन किए गए पैकेजिंग और स्वाद वाले वेप्स को गैरकानूनी घोषित करने की योजना की भी घोषणा की है। बच्चों को नशे की लत लगने से रोकने के लिए इंग्लैंड में डिस्पोजेबल वेप्स पर भी प्रतिबंध लगाने की तैयारी है।
धूम्रपान प्रतिबंध कैसे काम करेगा?
वर्तमान में धूम्रपान की आयु 18 है, जिसे 2007 में 16 वर्ष से बदल दिया गया था। हर साल धूम्रपान की कानूनी उम्र बढ़ाना धूम्रपान पर सरकार द्वारा कमीशन समीक्षा की प्रमुख सिफारिशों में से एक था। ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (एपीपीजी) ने इससे पहले कंजरवेटिव पार्टी के सम्मेलन में सुनक द्वारा घोषित लक्ष्यों के साथ सरकार को इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने के लिए 12 कदम उठाए थे।
यह भी पढ़ें : एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में शारीरिक संबंध बनाना दुष्कर्म है या नहीं, पढ़ें हाईकोर्ट की विशेष टिप्पणी
धूम्रपान से गर्भावस्था के दौरान दिल का दौरा, स्ट्रोक, कैंसर, स्तंभन दोष और गर्भपात सहित 50 स्वास्थ्य स्थितियों का खतरा बढ़ जाता है। यह प्रति वर्ष 76,000 लोगों को मारता है जिनमें से कई ने दशकों पहले इस आदत को अपनाया होगा। साल 1970 के दशक के बाद से ब्रिटेन में धूम्रपान करने वाले लोगों की संख्या में दो-तिहाई की गिरावट आई है। सुनक ने जोर देकर कहा कि प्रतिबंध बच्चों के इस आदत को अपनाने और फिर वयस्कों के रूप में इसे छोड़ने के लिए संघर्ष करने के दुष्चक्र को तोड़ने का “एकमात्र तरीका” है। सुनक ने अपने भाषण में कहा युवा अवस्था में लोग सिगरेट लेते हैं। 20 साल की उम्र में लोग सिगरेट पीने लगते हैं और बाद में छोड़ने का प्रयास करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग इसे छोड़ पाते हैं। कैंसर रिसर्च यूके की मुख्य कार्यकारी मिशेल ने इसे सुनक के प्रयास को “पहली धूम्रपान-मुक्त पीढ़ी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम” कहा है।
एक्शन ऑन स्मोकिंग एंड हेल्थ की मुख्य कार्यकारी डेबोरा अर्नोट ने कहा, “हम उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब धूम्रपान शिशुओं और छोटे बच्चों में परिहार्य बीमार स्वास्थ्य और प्रसवकालीन मृत्यु दर के लिए जिम्मेदार न हो। न ही वयस्कों में समयपूर्व मृत्यु का प्रमुख कारण बने। अस्थमा एंड लंग यूके की मुख्य कार्यकारी सारा वूलनॉग ने भी ऋषि सुनक के इस प्रयास की सराहना की है। उन्होंने कहा कि धूम्रपान की घातक लत को रोककर अगली पीढ़ी के बच्चों, युवाओं के फेफड़ों को खराब होने से बचाया जा सकेगा।
न्यूजीलैंड में धूम्रपान पर है प्रतिबंध
दुनिया में न्यूजीलैंड एक ऐसा देश है जिसने कैफे, पब, बार और रेस्तरां के बाहर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा कोरोना वायरस महामारी के दौरान बाहर खाने-पीने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के कारण किया गया था। अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी न्यूजीलैंड की तर्ज पर देश में धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : इन 7 बैंकों का नाम और काम लाजवाब, पैसा लगाने से पहले जरूर देखें RBI के यह आंकड़े