US Travel Advisory: अमेरिका ने दुनियाभर में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि लोग मध्य पूर्व के देश ईरान न जाएं। ईरान जाना खतरनाक साबित हो सकता है। ईरान की यात्रा करना जोखिमों से भरा है, इसलिए अमेरिका के विदेश विभाग की ओर से चेतावनी जारी की जाती है। लोगों से अपील है कि वे ट्रिप प्लान करने से पहले एडवाइजरी जरूर पढ़ लें। अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एडवाइजरी के बारे में मीडिया को बताया और कहा कि ईरानी मूल के लोगों से ईरान नहीं जाने की आग्रह करते हैं। अमेरिका के टूरिस्ट भी इसका खास ध्यान रखें।
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ईरान को पसंद नहीं दोहरी नागरिकता
अमेरिका के विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि ईरान की सरकार को दोहरी नागरिकता रखने वाले लोग बिल्कुल पसंद नहीं हैं, इसलिए अमेरिका की नागरिकता रखने वाले ईरानी मूल के लोग भी ईरान न जाएं तो बेहतर होगा, वरना परेशानी में फंस सकते है। ईरान की पुलिस उन्हें हिरासत में ले सकती है और बचाव करने की सुविधा का इस्तेमाल भी नहीं करने लेगी। हालांकि ईरान और इजरायल में सीजफायर हो चुका है, लेकिन ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चल रहा है। ईरान लगातार अमेरिका और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के धमकियां दे रहा है। ऐसे में अमेरिका के नागरिक ईरान में सुरक्षित नहीं हैं।
अमेरिका ने लॉन्च की वेबसाइट
ईरान की यात्रा न करने संबंधी एडवाइजरी से जुड़ी एक वेबसाइट state.gov लॉन्च की गई है। इस पर ट्रैवल एडवाइजरी कई भाषाओं में अपलोड की गई है। वेबसाइट पर अन्य देशों की यात्रा को लेकर भी जानकारी अपलोड की गई है। अमेरिका के नागरिक किसी भी देश का, किसी भी तरह का ट्रिप प्लान करने से पहले इस वेबसाइट को सर्फ जरूर कर लें।
ईरान-इजरायल की जंग से तनाव के हालात
बता दें कि ईरान और इजरायल की जंग के चलते ईरान और अमेरिका के संबंध तनावूपर्ण हुए है। ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को रोकने के लिए इजरायल ने गत 12 जून को ईरान पर हमला किया। ईरान के खिलाफ कार्रवाई में अमेरिका ने इजरायल को समर्थन दिया। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया तो ईरान ने भी जवाबी सैन्य कार्रवाई की।
12 दिन चली जंग में ईरान को कई बार सीजफायर करने के लिए कहा गया, लेकिन ईरान अपनी जिद पर अड़ा रहा तो अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर हमला किया। हालांकि कतर की मध्यस्थता से ईरान और इजरायल में सीजफायर हो गया, लेकिन ईरान-अमेरिका में तनातनी चल रही है।