US Shutdown Latest Update: अमेरिकी सरकार का शटडाउन आज खत्म हो सकता है, जिसके पक्ष में ज्यादातर डेमोक्रेट सांसद हैं. आज सीनेट में फंडिंग बिल पर वोटिंग से पहले डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स ने शटडाउन खत्म होने के संकेत दिए हैं. डेमोक्रेट्स ओबामाकेयर के तहत मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, वहीं रिपब्लिकन इस मांग से सहमत नहीं हैं. आज डेमोक्रेट्स की मांग से जुड़ा एक प्रस्ताव सीनेट में पेश किया जाएगा, जिस पर वोटिंग के बाद डिसाइड होगा कि शटडाउन खत्म होगा या नहीं.
यह भी पढ़ें: Public Charge Rules: क्या हैं अमेरिका के वो नियम? जिनके आधार पर किसी का भी वीजा हो सकता है रिजेक्ट
एक साल के लिए बढ़ सकती है ओबामाकेयर की सब्सिडी
रिपब्लिकन नेता सिनेटर जॉन थ्यून ने बताया कि डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और सीनेटर चक शूमर के नेतृत्व में डेमोक्रेट्स ने एक प्रस्ताव पेश किया था. इस प्रस्ताव में ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ (ओबामाकेयर) की सब्सिडी को एक साल के लिए बढ़ाने का प्रस्ताव है. शुरुआत में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पार्टी के सदस्यों ने प्रस्ताव को रिजेक्ट करते हुए इस पर विचार करने से भी मना कर दिया था, जिसके चलते शटडाउन लग गया. अब डेमोक्रेट नेताओं के साथ प्रस्ताव को लेकर डील हो रही हैं और रिपब्लिकन एक फाइनेंशियल पैकेज का प्रस्ताव दे रहे हैं.
यह भी पढ़ें: अमेरिका में क्यों कैंसिल हुईं 1800 फ्लाइट? 24 शहरों में 40 एयरपोर्ट बंद होने की कगार पर, कंट्रोलर्स पर दवाब
फाइनेंशियल बिल पारित नहीं होने से लगा शटडाउन
फाइनेंशियल पैकेज के तहत वेटरन्स, फूड एड समेत कई विभागों को एक साल के लिए फंडिंग मिलेगा, जिसके तहत ओबामाकेयर की सब्सिडी बढ़ने से हेल्थ इंश्योरेंस सस्ता होगा. इसके बाद शटडाउन खत्म हो सकता है. बता दें कि जब अमेरिका की संसद में फाइनेंस बिल पारित नहीं हो पता, जिसके तहत विभिन्न विभागों और योजनाओं के लिए बजट तय होता है तो सरकारी कामकाज ठप हो जाता है. फिर अमेरिकी संसद में स्पेंडिंग बिल या कन्टीनुइंग रेजोल्योशन (CR) पारित किया जाता है, जिस पर राष्ट्रपति के साइन जरूरी होते हैं. इसके बाद शटडाउन खत्म हो जाता है.
यह भी पढ़ें: वीजा को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने फोड़ा नया ‘बम’, मोटे लोगों को अब अमेरिका में नहीं मिलेगी एंट्री! पढ़ें पूरा मामला
अगर प्रस्तावित बिल बहुमत से पारित हो गया तो अमेरिका में चल रहा शटडाउन खत्म हो जाएगा.










