Ukraine Air Strike in Russia: यूक्रेन ने रूस पर भयंकर हवाई हमला किया है, जिससे क्रास्नोडार के दक्षिणी क्षेत्र में ब्लैक-सी में बनी तुआप्से बंदरगाह पर भीषण आग लग गई है. तेल टैंकर पर यूक्रेन का ड्रोन अटैक हुआ, जिससे भड़की आग ने पूरी बंदरगाह को अपनी चपेट में ले लिया. बता दें कि तुआप्से बंदरगाह रूस की बड़ी बंदरगाहों में से एक है और ऑयल टर्मिनल है. यूक्रेन की सेना कई बार इस बंदरगाह को निशाना बना चुकी है और इस पर हमले से रूस का निर्यात व्यापार प्रभावित होगा.
🚨BREAKING: Ukraine launches strike on oil depot in Tuapse, Russia; Russian air defenses visible in the night sky. pic.twitter.com/7ahC1Uzq8M
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रूस की सप्लाई चेन को बाधित करने की कोशिश
रूस की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन की सेना ही पिछले कुछ महीनों में रूस की ईंधन आपूर्ति, सैन्य रसद आपूर्ति को बाधित करने का प्रयास किया. रूसी रिफाइनरियों, डिपो और पाइपलाइनों पर हमले तेज किए हैं. ताजा हमले में तुआप्से बंदरगाह की इमारतें नष्ट हुई हैं. कई तेल टैंकर नष्ट होने से आर्थिक नुकसान हुआ है. ड्रोन अटैक के बाद मलबे ने तुआप्से के बाहर सोस्नोवी गांव में एक अपार्टमेंट की बिल्डिंग डैमेज हुई. जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन तुआप्से रेलवे स्टेशन को नुकसान पहुंचा.
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अर्थव्यवस्था को कमजोर करना हमले का मकसद
वहीं यूक्रेन का कहना है कि यह हमला यूक्रेन के पावर ग्रिड पर रूस के हवाई हमले का बदला है. रूस ने यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर स्टेशनों पर हमला किया था, जिसमें 7 साल की बच्ची समेत 7 लोगों की जान गई थी, वहीं 18 लोग घायल हुए थे. यूक्रेन का रूस पर हमला करने मकसद रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना है. शांति वार्ता करने के लिए दबाव बनाना है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी कहते हैं कि हमला करने वाले के जवाब दिए बिना जीत असंभव है. बराबरी होगी तो हार-जीत के मायने होंगे.
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बता दें कि रूस और यूक्रेन की जंग फरवरी 2022 से चल रही है और युद्धविराम कराए जाने के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन दोनों देश अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े हैं, इसलिए अब तक दोनों के बीच सीजफायर नहीं हो पाया है. अब तो दोनों देश शांति वार्ता के लिए टेबल पर भी नहीं बैठ रहे हैं.










