UK Riots Latest News Update: यूनाइटेड किंगडम (यूके) के कई इलाकों में दंगे भड़क गए हैं। पिछले 13 साल में ये पहली बार है जब यूके की सड़कों पर दंगाईयों का आतंक देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में फार राइट विंग के लोग सड़कों पर हंगामा मचा रहे हैं। दुकानों को लूटने से लेकर पुलिस पर हमला और मस्जिदों को निशाना बनाने जैसी घटनाएं यूके में आम हो गई हैं। प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने दंगों पर काबू पाने का आश्वासन दिया है। मगर इसके उलट यूके में दंगे तेजी से फैलते दिखाई दे रहे हैं।
ऋषि सुनक ने की थी भविष्यवाणी
मई 2024 में यूके के पूर्व प्रधानंत्री ऋषि सुनक ने अपने भाषण में कुछ ऐसी ही चेतावनी दी थी। ऋषि सुनक का कहना था कि आने वाले 4-5 साल देश के लिए बेहद खतरनाक साबित होंगे। पिछले 30-40 सालों में यूके के सामने जितनी बड़ी मुश्किल नहीं आई, उससे कहीं ज्यादा अधिक मुसीबत अब आ सकती है। तो क्या ऋषि सुनक की भविष्यवाणी सच साबित हो रही है?
The shocking scenes we’re seeing on the streets of Britain have nothing to do with the tragedy in Southport.
This is violent, criminal behaviour that has no place in our society.
---विज्ञापन---The police have our full support to deal with these criminals swiftly and they must face the full…
— Rishi Sunak (@RishiSunak) August 4, 2024
चाकू कांड से जुड़ा मामला
यूके में पिछले 13 सालों से कभी कोई दंगा नहीं भड़का। तो अब अचानक ऐसा क्या हो गया कि यूके के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। अपने ही देश में लोग बड़े पैमाने पर तबाही मचाने से भी नहीं कतरा रहे हैं। आगजनी की तस्वीरें यूके की कई गलियों से सामने आ रही हैं। दरअसल इसके पीछे की वजह कुछ दिन पहले हुआ चाकू कांड है।
क्या था चाकू कांड?
एक 17 साल का सनकी युवक टैक्सी से साउथ पोर्ट आता है। एक डांस क्लास में जबरदस्ती घुसता है। क्लास में कई छोटे-छोटे बच्चे टेलर स्विफ्ट के गाने पर डांस कर रहे थे। सनकी युवक अपनी जेब से चाकू निकालता है और एक के बाद एक टीचर और बच्चों पर वार करना शुरू कर देता है। इस घटना में 3 बच्चों की मौत हो गई और 9 लोग बुरी तरह से घायल थे।
I utterly condemn the far-right thuggery we have seen this weekend.
Be in no doubt: those who have participated in this violence will face the full force of the law. pic.twitter.com/uNeJtD8pCQ
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) August 4, 2024
रूस पर लगे आरोप
घटना के बाद पूरे यूके में लोग गुस्सा हो गए। ऐसे में लोगों को शांत करने के लिए यूके की सरकार ने सनकी युवक की पहचान छिपाने का फैसला किया। मगर सरकार का ये प्लान उलटा पड़ गया। ब्रिटेन की मीडिया ने दावा किया है कि परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए रूस ने सोशल मीडिया के जरिए कई गलत जानकारियां वायरल कर दी। मसलन युवक का नाम अली है और वो इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखता है। वो युवक ईसाई धर्म से सख्त नफरत करता है। ये चीजें ट्वीटर समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैलने लगीं। इन्हें पढ़कर लोगों का गुस्सा बढ़ गया और देखते ही देखते दंगों में तब्दील हो गया। लोगों ने मस्जिदों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
In light of the recent threats and attacks, Home Secretary @YvetteCooperMP has announced greater protection that will allow mosques to ask for rapid security when needed – providing communities with vital support and reassurance ⬇️https://t.co/co0HJUDBdJ
— Home Office (@ukhomeoffice) August 4, 2024
फैक्ट चेक
बता दें कि एक्सल मुगनवा रुदाकुबाना है। जी हां, वो युवक इस्लाम धर्म का नहीं है। वास्तव में ये यूके का एक प्रवासी है, जो 6 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ रवांडा से यूके आया था। एक्सल 11 साल से यूके में रह रहा है और इसकी स्कूली शिक्षा भी यूके में ही हुई है। वहीं इस चाकू कांड के पीछे एक्सल की खराब मानसिक स्थिति बताई जा रही है।
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