Donald Trump Responds Brazil: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के अलावा ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसकी शिकायत ब्राजील की लूला सरकार ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) को दी है। बीते दिन ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने ब्राजील को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अमेरिका ब्राजील से परेशान हो गया है। ब्राजील की लूला सरकार वामपंथी हो गई है, जो कुछ ऐसा कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, जिससे ब्राजील का नुकसान हो रहा है।
#WATCH | Washington DC | Responding to a question by ANI, US President Donald Trump says, "We are very upset with Brazil and they are doing something that is very unfortunate… We have a great relationship with the people of Brazil, but the government there has gone very left… pic.twitter.com/cRrYx5NeRu
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 6, 2025
UN महासभा में बुलाने पर चल रहा विचार
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ब्राजील के लोगों के साथ अमेरिका के बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन ब्राजील की लूला सरकार ने वामपंथी रुख अपनाया हुआ है। सरकार की नीतियां ही ब्राजील को नुकसान पहुंचा रही हैं। इसलिए अमेरिकी सरकार विचार कर ही है कि ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा को आगामी संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुलाया जाए या नहीं। फिलिस्तीन के नेता महमूद अब्बास और उनके प्रतिनिधिमंडल को महासभा में आने के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया है। ब्राजील के साथ भी ऐसा हो सकता है।
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ब्राजील ने दी थी अमेरिका को चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा की सरकार ने हालांकि अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई नहीं की है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने अब टैरिफ बढ़ाने का फैसला किया तो उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगाए जाने वाले टैरिफ में जोड़ दिया जाएगा। राष्ट्रपति लूला ने टैरिफ के फैसले को ब्राजील की न्यायिक प्रक्रिया में दखल बताया है और 11 अगस्त को विश्व व्यापार संगठन को शिकायत दी कि अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन किया है।
बता दें कि ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने कहा है कि ब्राजील की सरकार अमेरिका की ट्रंप सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन ब्राजील अपनी संप्रभुता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।