अमेरिका की ट्रेड कोर्ट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका देते हुए लिबरेशन डे टैरिफ को अवैध घोषित कर इस पर रोक लगा दी। इस दौरान ट्रंप सरकार ने टैरिफ की पैरवी करते हुए भारत और पाकिस्तान के सीजफायर का जिक्र किया। सरकार में वाणिज्य मंत्री लुटनिक ने कोर्ट में कहा कि टैरिफ के कारण ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो पाया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार लुटनिक ने कोर्ट में कहा कि भारत और पाकिस्तान दो परमाणु शक्तियों ने 13 दिनों की सैन्य कार्रवाई के बाद 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी। राष्ट्रपति ट्रंप के कारण ही दोनों देश युद्धविराम कर पाए।
अमेरिकी व्यापार मंत्री ने दिया ये बयान
लुटनिक ने कहा कि ट्रंप ने दोनों देशों को ट्रेड का ऑफर दिया, जिससे एक पूर्ण युद्ध की स्थिति से बचाया गया। लेकिन कोर्ट के फैसले से उस क्षेत्र की लाखों जिंदगियों पर सवाल उठ सकता है क्योंकि भारत और पाकिस्तान ट्रंप के ऑफर की वैधता पर सवाल उठा सकते हैं। लुटनिक ने आगे कहा कि दो अप्रैल को ट्रंप ने टैरिफ प्लान का ऐलान किया तो कई देशों से अमेरिकी सरकार से संपर्क किया। इनमें से कई देशों ने अपने हितों के कारण अमेरिका पर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की। कई ऐसे ट्रेडिंग पार्टर्नस जिनका हमारे साथ व्यापार घाटा था, बातचीत की टेबल पर आ गए।
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ट्रंप 7 बार सीजफायर का क्रेडिट ले चुके हैं
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करीब 7 बार सीजफायर का क्रेडिट ले चुके हैं। उन्होंने हाल ही में अमेरिका-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ दिन पहले मेरी सरकार ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को रोकने में मदद की। मैंने ट्रेड का हवाला देकर दोनों देशों को कहा कि आओ डील करते हैं। ट्रेड करें। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्री ताकतवर हैं, अच्छे और स्मार्ट नेता हैं। उन्होंने बात मानकर जंग रोक दी है।
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