भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में इस समय भारी प्राकृतिक आपदा आई है। Cyclone Ditwah ने श्रीलंका में बाढ़ ने तबाही मचाई है। बाढ़ से वहां काफी लैंडस्लाइड हुआ। इस हादसे में अभी तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए है। प्रशासन के मुताबिक अभी तक बाढ़ से 21 लोग लापता भी हो गए हैं।
बता दें कि चक्रवात दित्वा ने कल सुबह से पूर्वी तट पर लैंडफॉल किया था। इसके बाद से चक्रवात लगातार श्रीलंका में तबाही मचा रहा है। प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। टूरिस्ट मंत्रालय ने फिलहाल टूरिस्टों से श्रीलंका न आने की अपील की है।
चेन्नई स्थित मौसम विभाग ने शुक्रवार को चक्रवाती तूफान दित्वा के संबंध में अलर्ट जारी किया। कहा गया कि तटीय श्रीलंका और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित यह चक्रवाती तूफान पिछले छह घंटों से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है।
भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे तक, चक्रवात 8.3°N अक्षांश और 81.0°E देशांतर के पास स्थित था। एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह श्रीलंका में त्रिंकोमाली से लगभग 40 किमी दक्षिण-पश्चिम और बट्टिकलोआ से 100 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है। भारत की ओर, यह तूफान कराईकल से लगभग 320 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, पुडुचेरी से 430 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 530 किमी दक्षिण में स्थित है।
इस बीच, तमिलनाडु और पुडुचेरी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के अनुरोध पर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने भारी बारिश की आशंका को देखते हुए एहतियाती उपाय लागू करने के लिए तमिलनाडु के कई जिलों में टीमें तैनात की हैं।
एनडीआरएफ की प्रत्येक टीम में 30 कर्मी होते हैं, और कुल आठ टीमें निर्दिष्ट जिलों में तैनात की गई हैं। पुडुचेरी में दो टीमें (60 कर्मी) तैनात की जाएंगी, जबकि तंजावुर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, पुदुक्कोट्टई, कुड्डालोर और तिरुवरुर में एहतियाती कार्यों के लिए एक-एक टीम तैनात की जाएगी।










