दुनिया में रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जमीन और आसमान से लड़ाई चल रही है। इस युद्ध की आंच अब समुद्र तक पहुंची गई है। समुद्र में दो दिनों में एक के बाद एक लगातार कई हमले किए गए हैं। इस बार हमलावरों ने लाल सागर में दो जहाजों को अपना निशाना बनाया है। उन्होंने क्रूड आयल से भरे टैंकरों पर ड्रोन हमला किया है। इसे लेकर भारत की सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।
अमेरिका की सेना ने दावा किया है कि यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में दो जहाजों पर ड्रोन से अटैक किया है। इन जहाजों में क्रूड ऑयल से भरे टैंकर लदे हुए थे। इन टैंकरों में इंडियन फ्लैग लगा हुआ था, लेकिन बाद में यह बात गलत साबित हो गई। इस हमले की सूचना मिलते ही अमेरिका का एक युद्धपोत घटनास्थल पर पहुंच गया है। हालांकि, इस हमले में किसी के घायल होने की कोई खबर सामने नहीं आई है।
A Gabbon-flagged vessel MV Saibaba has also suffered a drone attack in the Red Sea. It has 25 Indian crew members on board who are safe. It is not an Indian-flagged vessel. More details are awaited: Indian Navy officials pic.twitter.com/nWG3h3CTP1
— ANI (@ANI) December 24, 2023
---विज्ञापन---
भारतीय नौसेना ने कहा- इस जहाज में भारतीय फ्लैग नहीं है
लाल सागर में जहाज पर हुए अटैक को लेकर भारतीय नौसेना ने अपना बयान जारी किया है। इंडियन नेवी के अधिकारी ने कहा कि लाल सागर में जिस एमवी साईंबाबा जहाज पर ड्रोन से हमला हुआ, उसमें गैबॉन देश का फ्लैग लगा था। इस जहाज में 25 भारतीय मौजूद थे, जोकि बिल्कुल सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि इस जहाज में भारतीय तिरंगा नहीं लगा है।
On December 23 two Houthi anti-ship ballistic missiles were fired into international shipping lanes in the Southern Red Sea from Houthi controlled areas of Yemen. No ships reported being impacted by the ballistic missiles.
Between 3 and 8 p.m. (Sanaa time), the USS LABOON (DDG… pic.twitter.com/jcBisbXBaS
— U.S. Central Command (@CENTCOM) December 24, 2023
तेलवाहक समुद्री जहाज पर अटैक
दक्षिणी लाल सागर में शनिवार की रात करीब 10.30 बजे एक तेलवाहक समुद्री जहाज एमवी साईं बाबा पर अटैक हुआ है। इसे लेकर अमेरिका ने कहा कि हूती विद्रोहियों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। मध्य अफ्रीफी देश गैबॉन की एक कंपनी का यह जहाज था। इस घटना की सूचना सबसे पहले यूएस को मिली थी।
इजरायल के विरोध में हो रहे हमले
आपको बता दें कि हूती विद्रोहियों को ईरान का सपोर्ट प्राप्त है। आरोप है कि इससे पहले ईरान ने भारत आ रहे एक समुद्री जहाज पर हमला बोला था और उसके बाद ही हूती विद्रोहियों ने भी लाल सागर में एक के बाद एक दो जहाजों को अपना निशाना बनाया है। पानी में लगातार हो रहे हमलों को लेकर कहा जा रहा है कि ये देश और विद्रोही गाजा के समर्थन एवं इजरायल के विरोध में हमला कर रहे हैं।