S Jaishankar UNGA: इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को लेबनान की राजधानी बेरूत में हुई एयरस्ट्राइक में मार गिराया। ये कार्रवाई ऐसे समय में हुई, जब दुनियाभर के कई देश संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। शनिवार को हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद UNGA में ‘आतंक’ का मुद्दा गूंज उठा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए पड़ोसी देश और आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान को चेतवानी दे डाली। विदेश मंत्री ने कहा- ये दौर मुश्किलों का है और हमें हौसला बनाए रखना है।
दुनिया मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती
उन्होंने आगे कहा- यूक्रेन या मध्य पूर्व- युद्ध कहीं भी हो रहा है तो दुनिया मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती। विदेश मंत्री ने कहा- पाकिस्तान अपने कर्मों का फल भुगत रहा है। उसकी अर्थव्यवस्था चरमरा रही है। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा- अगर सीमा पार आतंक को बढ़ावा दिया गया तो उसके नतीजे बुरे होंगे।
“Pakistan’s GDP can only be measured by radicalization, & its exports in the form of terrorism. It cant blame the world, it’s only Karma”, EAM Dr S Jaishankar slams Islamabad for its support for terrorism during during UNGA address pic.twitter.com/GfaUIrjMY1
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 28, 2024
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सीमा पार आतंकवाद की नीति नहीं चलेगी
इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान की नापाक हरकतों को एक्सपोज किया। विदेश मंत्री ने कहा- जो दूसरे देशों की जमीन पर नजर रखते हैं उन्हें एक्सपोज किए जाने और माकूल जवाब दिए जाने की जरूरत है। इस मंच से पाकिस्तान की ओर से कुछ अजीब दलीलें दी गईं। मैं भारत के स्टैंड को स्पष्ट करते हुए कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद की नीति नहीं चलेगी। अगर उनके द्वारा कोशिश की गई तो करारा जवाब दिया जाएगा।
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पाकिस्तान को खाली करना होगा पीओके
विदेश मंत्री ने आगे कश्मीर के सवाल पर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बस इतना होना है कि पाकिस्तान को PoK को खाली करना है। साथ ही उसे आतंकवाद को समर्थन देने की नीति छोड़नी होगी। दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति की तुलना फिलिस्तीन से की थी। इस मामले में भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
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