Vladimir Putin: पहले एलेक्सी नवलनी…फिर यूक्रेन भागे पायलट की स्पेन में मौत। रूस के दुश्मनों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। कहा जाता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन न तो अपने दुश्मनों को भूलते हैं और न ही माफ करते हैं। जो खिलाफ खड़ा हुआ, उसका अंजाम लगभग तय हो जाता है। बस तरीके अलग-अलग हो जाते हैं। फिर चाहे वो बेहद करीबी हो या फिर कट्टर दुश्मन। नवलनी की जेल में संदिग्ध मौत के बाद दुनियाभर से पुतिन पर उंगलियां उठ रही हैं। हर कोई कह रहा है कि यह सामान्य मौत नहीं बल्कि हत्या है।
कुछ का कहना है कि 2020 से जेल में बंद 47 साल के नवलनी की हत्या का पहले भी प्रयास किया गया था जबकि कुछ का कहना है कि उनके दिल के पास इतनी जोर से मुक्का मारा गया कि उनकी मौत हो गई। जानकारों का दावा है कि नवलनी के शरीर पर चोट के निशान थे। और एक ही पंच में किसी को ढेर करने का तरीका रूस की कुख्यात जासूसी एजेंसी KGB का प्रमुख हथियार है। यह खुफिया एजेंसी का पुराना तरीका है और इसके लिए उन्हें खासतौर से तैयार किया जाता है। हालांकि नवलनी पहले ऐसे शख्स नहीं हैं, जिनकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। पहले भी पुतिन के दुश्मन दुनिया से रुखसत होते रहे हैं। बस तरीका हर बार अलग हो जाता है। कोई जहरीली चाय पी लेता है तो कोई बालकनी से गिर जाता है। तो किसी का प्राइवेट जेट आसमान में ही ब्लास्ट हो जाता है।
नवलनी के परफ्यूम में नर्व एजेंट जहर
हालांकि एलेक्सी नवलनी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ सकी है, लेकिन उनके परिवार का दावा है कि उन्हें जहर दिया जा रहा था। इसी वजह से उनकी मौत हुई। इस बात पर शक इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि 2020 में खबरें आई थीं कि नवलनी को नर्व एजेंट नाम का जहर देने की कोशिश की गई थी। नवलनी उस समय मॉस्को से बाहर जाने के लिए फ्लाइट में थे और प्लेन में ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। प्लेन को जर्मनी में इमरजेंसी लैंड कराना पड़ा और वह दो दिन तक अस्पताल में रहे थे। डॉक्टर्स ने माना कि उन्हें जहर दिया गया था। नर्व एजेंट को सोवियत संघ और बाद में रूस ने 1973 से कई बार इस्तेमाल किया था।
रूस के पूर्व खुफिया अधिकारी सर्गेई क्रीपॉल और उसकी बेटी को ब्रिटेन में यही जहर दिया गया था। पुतिन की नजर में सर्गेई डबल एजेंट थे और उन्हें धोखा दे रहे थे। उनकी हालत बहुत ही खराब हो गई थी, किस्मत से उनकी जान बची। पता चला कि उन्होंने जो परफ्यूम या आफ्टर शेव लोशन यूज किया, उसमें मिलिट्री ग्रेड का नर्व एजेंट था। हालांकि रूस ने कभी इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया।
एलेक्सेंडर लितिविंको को पिलाई रेडियोएक्टिव वाली चाय
साल 2006 में केजीबी के पूर्व एजेंट और रूस से भागे एलेक्सेंडर लितिविंको के साथ भी ऐसा ही हुआ। लंदन में उन्हें चाय परोसी गई। यह चाय कोई सामान्य चाय नहीं बल्कि इसमें खतरनाक रेडियोएक्टिव पोलोनियम-210 जहर था। तीन हफ्तों तक अस्पताल में तड़पते हुए उसकी मौत हो गई। ब्रिटेन ने अपनी जांच में पाया कि पुतिन के आदेश पर रूसी एजेंट ने इस हत्या को अंजाम दिया। साल 2018 में Pussy Riots के फाउंडर प्योत्र वेरिजलोव अचानक से बीमार पड़ गए और उन्हें बर्लिन भागना पड़ा। मुश्किल से जान बची।
बोरिस नेमस्तोव को गोली से भूना
पुतिन का उत्तराधिकारी माने जाने वाले बोरिस नेमस्तोव को 2015 में उनकी गर्लफ्रेंड के साथ बीच सड़क पर गोलियों से भून दिया गया। उनकी हत्या की जांच कर रही पत्रकार नोवाया गेजेटा का भी यही अंजाम हुआ। यही नहीं रूस से बाहर भी दुश्मन को नहीं बख्शा गया। 2019 में बर्लिन में जेलिमखान के सिर में गोली मारी गई। इसकी लिस्ट काफी लंबी है।
बोरिस बेरेज्वोस्की की संदिग्ध मौत
2013 में बोरिस बेरेज्वोस्की की बेहद ऊंचाई से गिरकर मौत हो गई। कहा गया कि उसने आत्महत्या की। 2008 में जियोजॉर्यिन ओलिगारच और उसके पार्टनर मृत पाए गए। पिछले साल 2023 में डिफेंस अधिकारी मरीना यांकिना 16वें फ्लोर से गिर गई। ऐसी ही लिस्ट में आज तक पता ही नहीं चला कि कैसे किसी ने सुसाइड कर ली, तो कोई छत से गिर गया।
प्लेन क्रैश में मारे गए येवगेनी रिगोझिन
पिछले साल अगस्त में पुतिन को चुनौती देने वाले वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी रिगोझिन और उसके टॉप अधिकारी प्राइवेट प्लेन से जा रहे थे। कुछ ही समय पहले उन्होंने तख्तापलट की कोशिश की थी। अचानक से प्लेन क्रैश हो गया और रिगोझिन समेत 10 लोग मारे गए।