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व्यापार प्रतिबंध विकास में बाधा… चीन दौरे से पहले राष्ट्रपति पुतिन का बयान, पश्चिमी देशों को लगाई फटकार

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन दौरे पर जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले उन्होंने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों को 'भेदभावपूर्ण' बताया है। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के बीच मॉस्को पर अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए रेस्ट्रिक्शन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Deepti Sharma Updated: Aug 30, 2025 19:19
Russian President | Vladimir Putin | Europian Countries
रूस ने यूक्रेन के साथ यूरोपीय देशों के लिए भी आक्राम रुख अपना लिया है।

एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी प्रतिबंधों का विरोध किया, कहा कि ये ब्रिक्स के विकास में बाधा डालते हैं और भेदभावपूर्ण हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रतिबंधों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।

एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले पुतिन ने बताया कि रूस और चीन भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों के खिलाफ एक जैसा व्यवहार रखते हैं और यह सब ब्रिक्स सदस्यों और दुनिया के सामाजिक-इकोनॉमी ग्रोथ में रुकावट डालते हैं ।

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चीन रूस का अच्छा साझेदार

एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले पुतिन ने इस बात पर जोर देकर कहा कि रूस और चीन के रिलेशन महान स्तर पर पहुंच गए हैं। पुतिन ने बताया कि व्यापार में अब तक चीन रूस का अग्रणी साझेदार है, जबकि पिछले साल रूस, चीन के विदेशी व्यापार साझेदारों में 5वें नंबर पर था। उन्होंने आगे बताया कि रूस और चीन के बीच लेन-देन लगभग पूरी तरह से रूबल और युआन में होता है।

चीन तेल और गैस का सबसे बड़ा इंपोर्टर

पुतिन ने इब बात को भी दोहराया कि चीन तेल और गैस का सबसे बड़ा इंपोर्टर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि दोनों ही आपस में बात करके बाइलेटरल ट्रेड में आने वाली बाधाओं को कम करने करेंगे। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि शिखर सम्मेलन हर खतरों का जवाब देने के लिए एससीओ की क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ सही व्यवस्था को आकार देने में मदद करेगा।

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ब्रिक्स के बारे क्या बोले पुतिन

ब्रिक्स के बारे में पुतिन ने कहा कि रूस और चीन जरूरी प्रोजेक्ट्स पर एक्स्ट्रा ध्यान दिया जा रहा है ताकि रिसोर्स ज्यादा से ज्यादा हो पाए। रूस के राष्ट्रपति पुतिन 31 अगस्त और 1 सितम्बर को तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वहीं, जापान की यात्रा खत्म करने के बाद पीएम मोदी तियानजिन में चीन- एससीओ शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 2 जरूरी बैठक करेंगे। पहली मुलाकात प्रधानमंत्री शी जिनपिंग के साथ और दूसरी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ होगी।

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First published on: Aug 30, 2025 02:49 PM

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