बाली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वें जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को इंडोनेशिया के बाली पहुंचे। बाली पहुंचने पर प्रधानमंत्री का पारंपरिक स्वागत किया गया। प्रवासी भारतीयों के सदस्यों ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। महिलाओं ने चिट्ठी आई है, वतन से चिट्ठी आई है पंकज उदास की गजल की लाइनें गाकर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने भी हाथ जोड़कर उनका अभिनंदन किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi receives a warm welcome from Indians in Bali, Indonesia. pic.twitter.com/wKSlqoO8rT
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) November 14, 2022
शिखर सम्मेलन वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा होगी। वहीं, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को G20 अध्यक्षता सौंपेंगे। बता दें भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर, 2022 से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। इसके अलावा यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री अगले वर्ष जी20 शिखर सम्मेलन के लिए जी20 सदस्यों और अन्य आमंत्रितों को अपना व्यक्तिगत निमंत्रण भी देंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह वैश्विक विकास, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन को पुनर्जीवित करने जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर अन्य जी20 नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करेंगे।
PM Modi arrives in Indonesia for G20 summit, receives traditional welcome
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पीएम जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर भाग लेने वाले कई अन्य देशों के नेताओं से मिलेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री 15 नवंबर, 2022 को बाली में एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन में अपनी बातचीत के दौरान प्रधान मंत्री भारत की उपलब्धियों, और वैश्विक चुनौतियों को सामूहिक रूप से संबोधित करने के लिए इसकी अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे।
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तीन कार्य सत्र होंगे
भारत की G20 अध्यक्षता “वसुधैव कुटुम्बकम” या “एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य” की थीम पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास और साझा भविष्य के संदेश को रेखांकित करती है। गौरतलब है कि 15-16 नवंबर के लिए निर्धारित बाली शिखर सम्मेलन में नेताओं के स्तर पर तीन कार्य सत्र शामिल हैं। रविवार को एक विशेष प्रेस वार्ता में, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि जी20 विचार-विमर्श ने वर्तमान वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक संदर्भ में अधिक प्रमुखता हासिल कर ली है।
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