---विज्ञापन---

दुनिया

PM मोदी की शी जिनपिंग से मुलाकात के क्या हैं मायने? सीमा तनाव कम होगा या बढ़ेगा व्यापार

PM Modi china Visit: पीएम मोदी 7 साल बाद चीन गए हैं। वे यहां शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। पीएम मोदी इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दो बार द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। पढ़िए बैठक के मायने?

Author Written By: Raghav Tiwari Author Published By : Raghav Tiwari Updated: Aug 30, 2025 23:28
पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय मुलाकात होगी।

PM Modi china Visit: पीएम मोदी 2 दिनों की चीन यात्रा पर हैं। पीएम मोदी 7 साल बाद चीन गए हैं। चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। पीएम मोदी इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दो बार द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। इन बैठक में दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की काफी उम्मीद जताई जा रही है। चीन और भारत के बीच अक्सर सीमा विवाद और व्यापार को लेकर विवाद बने रहते हैं। इन दोनों मुद्दों पर सकारात्मक संकेत मिलने की उम्मीद है। हाल ही में चीन के राजदूत ने भारत आकर चीन में निवेश के लिए आह्वान किया था।

क्या है सीमा विवाद ?

चीन की विस्तारवादी सोच से हमेशा से भारत और चीन के बीच सीमा का विवाद रहा है। गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास भारत ने पुल बनाना था। इसपर चीन ने आपत्ति जताई थी। इसके चलते चीन ने घुसपैठ की कोशिश की थी। मुठभेड़ में 20 भारतीय जवान भी शहीद हुए थे। वहीं चीन को कई जवानों का नुकसान हुआ था। इसके अलावा डोकलाम विवाद, अक्साई चिन, जॉनसन लाइन, मैकार्टनी-मैकडोनाल्ड लाइन, ट्रांस-काराकोरम ट्रैक्ट जैसे कई सीमा विवाद हैं।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: व्यापार प्रतिबंध विकास में बाधा… चीन दौरे से पहले राष्ट्रपति पुतिन का बयान, पश्चिमी देशों को लगाई फटकार

व्यापार पर क्या फर्क?

भारत सरकार ने चीन के टिक टॉक जैसे कई फेमस एप्स पर प्रतिबंध लगाया था। इसके अलावा केंद्र सरकार लगातार मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के जरिए घरेलू उत्पादों को बढ़ावा दे रही है। इसके चलते चीन से व्यापार काफी समय से ठंडा पड़ा है। अब पीएम मोदी की चीन यात्रा से प्रतिबंधित एप्स खुलने और व्यापार में तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: बुलेट ट्रेन, इन्वेस्टमेंट, क्वाड समिट… पीएम मोदी के जापान दौरे की 5 बड़ी बातें

अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ बनेगी रणनीति

अमेरिका ने चीन पर कोई अतिरिक्त टैरिफ नहीं लगाया है। इसके बावजूद चीन ने भारत पर अमेरिकी टैरिफ का खुला विरोध किया है। गत 21 अगस्त को चीन के राजदूत शू फेइहोंग भारत आए थे। उन्होंने अमेरिका के 50% टैरिफ का कड़ा विरोध किया था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक में अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ कोई रणनीति तैयार हो सकती है। इसमें दोनों देशों के बीच बढ़ाने का विकल्प मुख्य रहेगा और अमेरिका में निर्यात करने की निर्भरता कम करने पर विचार किया जा सकता है।

आतंकवाद पर राहत?

भारत का हमेशा से ही आतंकवाद के खिलाफ साफ रुख रहा है। पीएम मोदी कई बार पाकिस्तान को भी आतंक की फैक्ट्री बंद करने की हिदायद दे चुके हैं। पाकिस्तान को आतंकवाद पर सबसे ज्यादा संरक्षण चाइना से मिलता है। पीएम मोदी की शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान यह मुद्दा अहम हो सकता है। वहीं जब चाइना का रुख भारत के प्रति नरम दिखाई पड़ रहा है तो उम्मीद जताई जा रही है कि चीन आतंकवाद पर भारत का साथ दे।

First published on: Aug 30, 2025 10:32 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.