नई दिल्ली: पाकिस्तान के पेशावर में 6 जनवरी को एक मस्जिद के भीतर हुए धमाके में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। हमला करने वाले आत्मघाती हमलावर ने हमले के समय पुलिस की वर्दी और हेलमेट पहन रखा था। पेशावर में मस्जिद के अंदर करीब 400 नमाजी मौजूद थे, जब एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। मृतकों में 27 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने गुरुवार को खुलासा किया कि आत्मघाती हमलावर ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और पुलिस विस्फोट के पीछे आतंकी नेटवर्क का पता लगा रही है।
पुलिस ने विस्फोट स्थल पर पाए गए कटे हुए सिर की पुष्टि करते हुए कहा कि हमलावर ने नकाब और हेलमेट पहन रखा था। सीसीटीवी फूटेज के साथ अपने सिर का मिलान करने के बाद उन्हें इस बारे में सही जानकारी दी जाएगी। पुलिस ने बताया हमलावर एक मोटरसाइकिल पर मुख्य द्वार में प्रवेश किया, अंदर आया, एक कांस्टेबल से बात की और उससे पूछा कि मस्जिद कहाँ है। इसका मतलब है कि हमलावर को इलाके की जानकारी नहीं थी। उसे एक टारगेट दिया गया था और उसके पीछे पूरा नेटवर्क है। वह अकेला रेंजर नहीं था।
बता दें कि सोमवार दोपहर करीब 1.40 बजे, पाकिस्तान के पेशावर में एक अत्यधिक किलेबंद सुरक्षा परिसर में एक भीड़ भरी मस्जिद के अंदर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। हमलावर ‘रेड ज़ोन’ परिसर में जाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा संचालित कई बैरिकेड्स से गुजरा, जिसमें पुलिस और आतंकवाद-रोधी कार्यालय हैं। तालिबान कमांडर ने मस्जिद में आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। पाकिस्तानी तालिबान के एक कमांडर सरबकाफ मोहमंद ने मस्जिद पर हमले की जिम्मेदारी ली है।
और पढ़िए – दुनिया से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
Edited By