पाकिस्तान को सपोर्ट करना तुर्की को बहुत भारी पड़ गया। दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) ने तुकी की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ समझौते को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है।
जेएनयू राष्ट्र के साथ है खड़ा
जेएनयू ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है। पोस्ट में आगे कहा गया है कि जेएनयू राष्ट्र के साथ खड़ा है। जेएनयू और इनोनू यूनिवर्सिटी तुर्की के बीच समझौते को अगली सूचना निलंबित कर दिया गया है।
Due to National Security considerations, the MoU between JNU and Inonu University, Türkiye stands suspended until further notice.
JNU stands with the Nation. #NationFirst @rashtrapatibhvn @VPIndia @narendramodi @PMOIndia @AmitShah @DrSJaishankar @MEAIndia @EduMinOfIndia— Jawaharlal Nehru University (JNU) (@JNU_official_50) May 14, 2025
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तुर्की और अजरबैजान ने पाक को किया था सपोर्ट
भारत के तुर्की और अजरबैजान के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव आने की आशंका है। बताया जा रहा है कि इन दोनों देशों ने पाकिस्तान को सपोर्ट किया था। साथ ही पाक के आतंकी ठिकानों पर हमले की निंदा की थी। जिसके बाद तुर्की और अजरबैजान का पूरे देश में विरोध हो रहा है। देश के अलग-अलग हिस्से में तुर्की के सामान और पर्यटन का बाहिष्कार करने की मां उठ रही है।
भारत के कारोबारियों ने बाहिष्कार किया शुरू
देश के कारोबारियों ने तुर्की के सेब और संगमरमर जैसे उत्पादों का बाहिष्कार करना शुरू कर दिया है। दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू समेत अन्य बढ़े महानगरों में कारोबारियों ने तुर्की के सेब और संगमरमर खरीदना बंद कर दिया है।
भारत ने शुरू किया था ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इसके बाद पाकिस्तान द्वारा भी जवाबी हमले के लिए गए, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इसके बाद तुर्की और अजरबैजान ने पाक को सपोर्ट करते हुए हमले की आलोचना की थी।