---विज्ञापन---

दुनिया

ईरान-इजरायल युद्ध के बीच डोनाल्ड ट्रंप से मिले मुनीर, अब पाकिस्तान को सता रहा ये डर

ईरान और इजराइल के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है और इसका असर पड़ोसी देशों पर भी दिखने लगा है। पाकिस्तान को डर है कि इस संघर्ष का फायदा उठाकर उसकी ईरान सीमा पर जिहादी संगठन सक्रिय हो सकते हैं। बलूच अलगाववादी आंदोलनों के तेज होने की आशंका भी जताई जा रही है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Jun 19, 2025 22:43
Donald Trump Asim Munir
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और पकिस्तान के फील्ड मार्शन (फोटो सोर्स- ANI)

ईरान और इजराइल के बीच युद्ध चल रहा है। दोनों देश एक-दूसरे को खत्म करने की बातें कह रहे हैं। इजराइल के पीएम का कहना है कि अब ईरान पर जो हमला होगा, उसे पूरी दुनिया देखेगी, वहीं ईरानी सर्वोच्च नेता ने इजराइल पर पलटवार करने की कसम खाई है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति से पाकिस्तान के फील्ड मार्शल की मुलाकात हुई है। अब पाकिस्तान को एक डर सता रहा है।

पाकिस्तान को सता रहा है डर

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के साथ ईरान की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए ईरान में सरकार के अस्थिर होने की आशंका है। इसको लेकर चिंता है कि सीमा पर पाकिस्तान विरोधी संगठन सक्रिय हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान भी इस मुद्दे को इशारों-इशारों में ही रखा गया था।

---विज्ञापन---

माना जा रहा है कि असीम मुनीर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बातचीत के दौरान इस बात का संकेत दिया गया कि उनका देश इस बात से चिंतित है कि पाकिस्तान-ईरान सीमा पर अलगाववादी और जिहादी तत्व इजराइल के साथ चल रहे संघर्ष का फायदा उठा रहे हैं। बता दें कि ईरान और पाकिस्तान 900 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं और दोनों तरफ ईरान विरोधी और पाकिस्तान विरोधी संगठन सक्रिय हैं।

जैश अल-अदल संगठन भी सक्रिय

जैश अल-अदल एक सुन्नी संगठन है, जो मुख्य रूप से पाकिस्तान की सीमा से लगे दक्षिण-पूर्वी ईरान में सक्रिय है। पाकिस्तान को यह भी डर है कि ईरान में स्थित उसके अपने बलूच अल्पसंख्यक समुदाय के अलगाववादी आतंकवादी हमले बढ़ाने की कोशिश करेंगे। पाकिस्तान के विशेषज्ञों का कहना है कि विभिन्न बलूच समूह बड़ा आंदोलन कर सकते हैं और ये पाकिस्तान और ईरान के बलूच क्षेत्रों से एक नया राष्ट्र बनाने की मांग कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : ‘बात नहीं करूंगा, अब कार्रवाई दुनिया देखेगी’, अस्पताल पर ईरानी हमले के बाद इजराइल PM का बड़ा बयान

इसी बीच खबर सामने आई है कि ईरान ने इजराइल के लिए काम करने के आरोप में 24 संदिग्ध जासूसों को गिरफ्तार किया है। ईरानी पुलिस ने गुरुवार को इजराइल के लिए जासूसी करने और देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के आरोप में 24 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की घोषणा की है।

First published on: Jun 19, 2025 10:43 PM

संबंधित खबरें