पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष चल रहा है. दोनों देशों के बीच दोहा में बैठक होने वाली है. इस बैठक से पहले एक बार फिर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमला किया. अब पाकिस्तान द्वारा किए गए इस हमले पर तालिबानी सरकार का बयान आया है. तालिबान सरकार की तरफ से बताया गया कि अफगानिस्तान अपनी ज़मीन पर हवाई हमलों के जरिए पाकिस्तान का जवाब देने का अधिकार रखता है.
तालिबान सरकार ने कहा कि अफगानिस्तान अपनी ज़मीन पर हवाई हमलों के जरिए पाकिस्तान का जवाब देने का अधिकार रखता है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वर्तमान घटनाएं पाकिस्तान की आक्रामक गतिविधियों के कारण पैदा हुई हैं. सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि जैसा कि पहले सहमति हुई थी, पाकिस्तानी पक्ष के साथ वार्ता आज दोहा में होने वाली है. रक्षा मंत्री मौलवी मोहम्मद याक़ूब मुजाहिद के नेतृत्व में इस्लामिक अमीरात का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल दोहा के लिए रवाना हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि कल रात, पाकिस्तानी सैन्य बलों ने एक बार फिर पक्तिका में नागरिक क्षेत्रों पर हवाई हमले किए, जिसमें कई नागरिक शहीद हुए और घायल हुए. इस्लामिक अमीरात, पाकिस्तानी बलों के बार-बार के अपराधों और अफगानिस्तान की संप्रभुता के उल्लंघन की कठोर शब्दों में निंदा करता है. इस तरह के हमलों को उत्तेजक माना जाता है और संघर्ष को लंबा खींचने के जानबूझकर किए गए प्रयासों के रूप में देखा जाता है.
तालिबान की सरकार की तरफ से आगे कहा गया है कि इस्लामिक अमीरात इन उल्लंघनों का जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है, लेकिन अपनी वार्ता टीम की गरिमा और अखंडता बनाए रखने के लिए, उसकी सेनाओं को इस समय नए सैन्य अभियान शुरू करने से बचने का निर्देश दिया गया है. हम दोहराते हैं कि अफगानिस्तान शांतिपूर्ण समाधान और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है. ये घटनाएं पूरी तरह से पाकिस्तान की आक्रामकता का परिणाम हैं.
विवाद को खत्म करने के लिए आयोजित शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और देश के खुफिया प्रमुख असीम मलिक के नेतृत्व में एक टीम दोहा पहुँच चुकी है. वहीं अफगानिस्तान के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अफगानिस्तान के सीमा बलों और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच झड़पों के कारण स्पिन बोल्डक से लगभग 20,000 परिवार विस्थापित किए गए हैं. ये परिवार पाकिस्तान की अंधाधुंध बमबारी के कारण पलायन करने को मजबूर हुए हैं.