Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहा संघर्ष पूरी दुनिया के लिए संकट बन सकता है। गुरुवार और शुक्रवार रात से सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल अटैक की कोशिश की थी, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए नाकाम कर दिया है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर-पंजाब समेत दिल्ली भी हाई अलर्ट पर है। इस बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बयान सामने आया है। उन्होंने दोनों देशों के बीच बढ़ रहे युद्ध के खतरे को परमाणु में तब्दील होने को लेकर चिंता जाहिर की है।
शांति की उम्मीद
जेडी वेंस ने अमेरिकी टीवी चैनल फॉक्स न्यूज से बातचीत में बताया कि दोनों देशों के बीच तनाव गंभीर है। अमेरिका इस युद्ध में शामिल नहीं हो रहा है। वे कहते हैं कि दोनों देशों के बीच हम जो कर सकते हैं, वह यह है कि भारत और पाकिस्तान को शांति के लिए प्रोत्साहित करें। मगर न तो हम भारत को कार्रवाई करने से रोक सकते हैं और न पाकिस्तान को हथियार डालने के लिए।
परमाणु हमले का खतरा
उपराष्ट्रपति कहते हैं कि हम युद्ध का हिस्सा नहीं हैं और न ही भारत-पाकिस्तान को युद्ध रोकने के लिए कह सकते हैं। हम सिर्फ कूटनीतिक तरीकों से इस मामले को लेकर शांति बनाने के लिए कह सकते हैं। वेंस ने कहा, “हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि परमाणु शक्तियां आपस में टकरा सकती हैं और कोई बड़ा संघर्ष हो सकता है और हमने जो कहा और सचिव रुबियो ने जो कहा और राष्ट्रपति ने जो कहा- वह यह है कि हम चाहते हैं कि यह मामला जल्द से जल्द शांत हो जाए। हालांकि, हम इन देशों को नियंत्रित नहीं कर सकते।”
युद्ध हुआ तो क्या होगा?
वेंस ने आगे कहा कि अगर युद्ध होता है, तो यह विनाशकारी होगा। उन्होंने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया। इन बातों को लेकर हम चिंतित हैं लेकिन दोनों देशों को कोई आदेश नहीं दे सकते। भारत और पाकिस्तान के शांत दिमाग का काम यह सुनिश्चित करना है कि यह परमाणु युद्ध न बन जाए। अगर ऐसा हुआ, तो यह अभी के लिए विनाशकारी होगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री से जयशंकर ने की बात
इस बीच गुरुवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो का ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच स्थिति और न बिगड़े। एक प्रेस ब्रीफिंग में बोलते हुए, ब्रूस ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका शांति स्थापित करने के लिए दोनों देशों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है। पहलगाम में हुए हमले को लेकर ब्रूस अपनी संवेदना दे चुके हैं।
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