Operation Kaveri: सूडान में सेना और पैरामिलट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच 15 अप्रैल से शुरू हुए युद्ध अब तक जारी है। हालात भयावह हो चुके हैं। दुनिया के तमाम देश अपने-अपने नागरिकों को सूडान से बाहर निकालने में जुटे हैं। अब तक अमेरिका, ब्रिटेन समेत 8 देशों ने अपने डिप्लोमेट्स का रेस्क्यू किया है। इस कड़ी में भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि लगभग 500 भारतीय सूडान के पोर्ट तक पहुंच गए हैं। ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए मुहिम शुरू की गई है। हमारे जहाज और विमान उन्हें घर वापस लाने के लिए तैयार हैं। हम मदद के लिए बिलकुल तैयार हैं।
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Operation Kaveri is underway to bring back our citizens stranded in Sudan. About 500 Indians have reached Port Sudan while more are on their way. Our ships and aircraft are set to bring them back home. We are committed to assisting all our brethren in Sudan: EAM S Jaishankar… pic.twitter.com/ywsiuudqYI
— ANI (@ANI) April 24, 2023
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अब तक 413 की मौत, इनमें 9 बच्चे
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि सूडान संघर्ष में अब तक 413 लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों की संख्या में लोग प्रभावित भी हुए हैं। उधर, संयुक्त राष्ट्र की बच्चों की एजेंसी ने कहा कि बच्चे बड़ी कीमत चुका रहे हैं। तुर्की की न्यूज एजेंसी अनादोलु के मुताबिक, संघर्ष में अब तक 9 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि 50 से ज्यादा घायल हैं।
WHO की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने संयुक्त राष्ट्र की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सूडान में सरकार के आंकड़ों के मुताबिक संघर्ष में 413 लोगों की मौत हुई है और 3,551 लोग घायल हुए हैं। लड़ाई देश की सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच चल रही झड़पों का हिस्सा है।
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संघर्ष से पूरा देश प्रभावित, अस्पताल बंद
हैरिस ने कहा, “सूडान में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार काम करना बंद करने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की संख्या 20 है, जबकि 12 ऐसे अस्पताल और हैं जो कभी भी बंद किए जा सकते हैं। हैरिस ने कहा कि सूडान में भारी संख्या में घायल लोगों को चिकित्सा की जरूरत है।
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