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जैश-लश्कर के 300 आतंकी ठिकानों के लिए ऑनलाइन फंडिंग शुरू, पाकिस्तान फिर बना ‘फैक्ट्री ऑफ टेरर’

Terrorist Hideouts in Pakistan: पाकिस्तान में जैश और लश्कर के आतंकी ठिकाने फिर से बनने लगे हैं, जिसके लिए ऑनलाइन फंडिंग भी शुरू हो गई है। 300 से ज्यादा नए आतंकी ठिकाने बनेंगे और ध्वस्त आतंकी ठिकानों को फिर से खड़ा किया जाएगा।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Khushbu Goyal Updated: Aug 24, 2025 13:04
Lashkar-E-Taiba | Jaish-E-Mohammad | Pakistan
पाकिस्तान में आतंकवाद और आतंकी एक बार फिर सिर उठाने लगे हैं।

Terrorists Hideouts in Pakistan: पाकिस्तान में आतंकियों का इन्फ्रास्ट्रक्चर फिर से खड़ा होने लगा है। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की जमीन पर फिर से आतंकियों के ठिकाने खड़े किए जा रहे हैं, जिसके लिए ऑनलाइन फंडिंग शुरू हो गई है। लश्कर-ए-तैयबा ने मुरीदके स्थित उम्म अल-कुरा आतंकी ठिकाने का नवीनीकरण करना शुरू किया है। इसके लिए फंडिंग पंजाब सरकार और ऑनलाइन डोनेशन के जरिए की जा रही है। पाकिस्तान सरकार ने भी तबाह कैंप के पुनर्निर्माण का आश्वासन लश्कर को दिया है, जिसका स्वागत मुस्लिम लीग ने किया है।

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जैश-ए-मोहम्मद बनाएगा नए आतंकी ठिकाने

वहीं जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तान में 313 नए आतंकी ठिकाने स्थापित करने के लिए ऑनलाइन फंडिंग अभियान शुरू किया है। इससे साफ है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों ने ‘फैक्ट्री ऑफ टेरर’ का पुनर्निर्माण और विस्तार तेज कर दिया है। आतंकी ठिकानों के ऑनलाइन फंडिंग की पुष्टि पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने की है।

उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान की 15% आबादी द्वारा की जा रही डिजिटल ट्रांजेक्शन पाकिस्तान के लिए खतरे पैदा कर रही है। उन्होंने आशंका जताई है इसकी वजह से पाकिस्तान को फिर से FATF में डाला जा सकता।

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आतंकियों और आतंकवाद का समर्थक पाकिस्तान

बता दें कि पाकिस्तान को आतंकवाद और आतंकियों का समर्थक करार दिया गया है। भारत समेत कई देशों ने पाकिस्तान पर लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) को समर्थन देने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान में इन दोनों आतंकी संगठनों के अलावा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और ISIS-खोरासान (ISIS-K) भी सक्रिय हैं।

अमेरिका ने साल 1993 में पाकिस्तान को आतंकवाद समर्थक देशों की लिस्ट में एड किया था। साल 2018 में फाइनेंशियर एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को डाला गया, लेकिन साल 2022 में लिस्ट से बाहर कर दिया गया था। अब एक बार फिर लिस्ट में शामिल होने का खतरा पाकिस्तान पर मंडरा रहा है।

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भारत के पहलगाम में कराया आतंकी हमला

बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था। 5 आतंकियों ने गोलियां मारकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। भारत ने आतंकी हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन पाकिस्तान ने आरोप खारिज किए।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसके तहत 7 मई को भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान का रिश्ता और तल्ख हो गया है।

First published on: Aug 24, 2025 12:54 PM

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