Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर जो आंदोलन शुरू हुआ, वह अब बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इस्तीफा दे चुके हैं, मंत्री समेत प्रधानमंत्री सुरक्षित स्थान पर निकल गए हैं। इसके बाद भी नेपाल के काठमांडू में प्रदर्शनकारियों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। जमकर आगजनी हुई, नेताओं के घरों और सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया गया।
आखिरकार सेना ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा है कि वह रात 10 बजे से सुरक्षा अभियानों का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेगी। वहीं जनसंपर्क एवं सूचना निदेशालय ने एक बयान में चेतावनी दी है कि कुछ समूह कठिन परिस्थिति का अनुचित लाभ उठा रहे हैं और आम नागरिकों तथा सार्वजनिक संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
सेना ने चेतावनी दी है कि अगर हिंसा जारी रही तो सेना समेत सभी सुरक्षा एजेंसियाँ पूरी तरह से सक्रिय हो जाएँगी। सेना ने आम जनता से सहयोग की अपील की है और व्यवस्था बहाल करने में मदद करने का आग्रह किया है। वहीं खबर है कि प्रदर्शन के बीच बड़ी संख्या में कैदी भी जेल से फरार हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, नेपाल में जारी हिंसक आंदोलन के बीच महोत्तरी जिले की जलेश्वर जेल पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया। इस जेल से करीब 576 कैदी फरार बताए जा रहे हैं। इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कैदी फरार होते दिखाई दे रहे हैं।
सुबह-सुबह काठमांडू में शांति देखने को मिली। सेना ने नियंत्रण करने और लोकतंत्र का राज कायम करने की बात कही है और लोगों से सहयोग की अपील की है। सेना ने कहा है कि अपनी मांग को शांति से रखना चाहिए, हमें बहुत नुकसान पहुंच रहा है।