Jordanian Man Searching Dead Body Of Mother: 30 साल पहले बेरहमी से मारी गई महिला की डेडबॉडी उसका बेटा अब भी ढूंढ रहा है। उसने अपने डॉक्टर पिता से अनुरोध किया है कि वह उसे बता दें कि उन्होंने हत्या के बाद अवशेषों को कहां छिपाया था? उसके पिता को आजीवन कारावास हो चुका है। इस समय वह जेल में है। बेटा अपनी मां का अंतिम संस्कार करना चाहता है।
अदालत ने सुनाई थी उम्र कैद की सजा
जॉर्डन के रहने वाले डॉक्टर हसन ने अपनी 35 साल की पत्नी लौरा मे अल शतानवी की हत्या 1993 में की थी। इसके एक साल बाद अक्टूबर 1994 में हसन को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। जब हसन को गिरफ्तार किया गया तो उससे पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन उसके भी इस बात का खुलासा नहीं कि उसने पत्नी का शव कहां छिपाया है। जब लौरा की हत्या हुई तब उसका बेटा रशीद वॉन की उम्र महज 7 साल के थे।
मां की यादों का जिक्र कर हुए भावुक
37 वर्षीय रशीद का कहना है कि वे अपनी मां से बहुत प्यार करते हैं। अपना दर्द बयां करते हुए कहा, ‘मैं अपनी मां को ढूंढने की कोशिश करना कभी बंद नहीं करूंगा। मेरी मां मेरे बेटे से मिलना और मुझे बड़ा होता देखना चाहती थीं। मेरे पास उनकी कई अच्छी यादें हैं। मुझे उसके साथ छुट्टियों पर जाना याद है। हम रोड्स गए थे। मैं और मेरी मां, चाची और चाचा मुझे स्कारबोरो ले गए थे। मेरे पास बहुत सारी प्यारी यादें हैं।’
1985 में हुई थी शादी
अल शतानवी और लौरा की शादी 1985 में मिस्र में हुई थी। 1985 में दोनों इंग्लैंड चले गए। शुरुआत में अल शतानावी ने दावा किया कि उसकी पत्नी हार्टलेपूल में पर्यटन की पढ़ाई कर रही थी। तुर्की में छुट्टियां बिताने गई थी। लेकिन लापता हो गई। पत्नी के गायब होने के तीन सप्ताह बाद शतानावी ने पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी। लेकिन पुलिस को उस पर संदेह हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या करने के लिए मकान किराए पर लिया
पुलिस जांच में सामने आया था कि शतानवी ने पत्नी की हत्या करने से पहले एक मकान किराए पर लिया था और एक कर्मचारी को उसका शेड जलाने के लिए 10 पाउंड दिए थे। काम करने वाले ने शेड को अपने एक दोस्त को बेच दिया और जब पुलिस ने गवाहों के लिए अपील की तो काम करने वाले ने शेड के विवरण दिए। जिसमें महत्वपूर्ण फोरेंसिक सबूत थे, जिसके कारण शतानावी को दोषी ठहराया गया।
बेटे ने पिता से कभी बात नहीं की
अदालत को बताया गया शतानवी ने अपनी मालकिन और अपने सात साल के बेटे के साथ रहने के लिए अपनी पत्नी की हत्या कर दी। रशीद वॉन का कहना है कि उन्होंने रिमांड के दौरान अपने पिता को देखा था, लेकिन उसके बाद से उनसे कभी बात नहीं की। जॉर्डन के डॉक्टर हसन अल शतानावी को अपनी पत्नी लौरा की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काटने के बाद निर्वासित कर दिया गया था।
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