Israel Hamas War: युद्ध को लेकर इस समय पूरी दुनिया का ध्यान इजराइल पर है। इजराइल जहां हमास को लेकर अति आक्रामक (Israel Hamas Conflict) हो गया है और गाजा पट्टी में अपना जमीनी अभियान शुरू कर दिया है। पूरी दुनिया इसे लेकर चिंतित है और दो गुटों में बंटती दिखाई दे रही है। इस बीच कई देशों के नागरिक वहां पर फंसे हुए हैं और अपने वतन वापस आना चाहते हैं। इसमें भारत और चीन के नागरिक सबसे ज्यादा हैं।
भारत का ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च
भारत सरकार ने 12 अक्टूबर को इजराइल और फिलिस्तीन से भारतीयों को वापस निकालने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च किया था, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। इससे पता चलता है कि भारत सरकार अपने नागरिकों को लेकर कितनी फिक्रमंद है। हम वह कर रहे हैं जो अमेरिका जैसी महाशक्ति भी नहीं कर रही है। इसके पहले युद्धग्रस्त यूक्रेन से भी बड़ी संख्या में भारतीयों को स्वदेश लाया गया था। भारत सरकार का यह कदम काबिले तारीफ है।
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चीन का हैरान करने वाला रवैया
साधन सम्पन्नता के मामले में हमसे बहुत आगे होने के बावजूद भी चीन अपने नागरिकों को वापस लाने में कोई मदद नहीं कर रहा है। चीनी सरकार ने अपने नागरिकों से यहां तक कह दिया है कि वे अपने देश वापस आना चाहते हैं तो उन्हें इसका इंतजाम खुद ही करना होगा। चीन का अपने नागरिकों को ऐसे छोड़ देना काफी हैरान करने वाला है। उसने यूक्रेन से भी अपने नागरिकों को वापस नहीं निकाला था और उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया था।
युद्ध को लेकर दुनिया चिंतित
इजराइल को गाजा पर आक्रमण न करने की नसीहत भी दी जा रही है। किसी भी देश की सेना को हराना एक अलग बात है जबकि उस देश पर आक्रमण करके वहां के लोगों से जीतना बिल्कुल दूसरी बात। जैसा कि हम अमेरिका के अफगानिस्तान, इराक और लीबिया में देख चुके हैं। अब देखना है कि आगे क्या होता है। हालांकि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है और इसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। लेकिन हमास के हमले के बाद इजराइल जिस तरह आक्रामक हो गया है वह भविष्य के लिए चिंतित करने वाला है।