Iran Israel War: ईरान और इजरायल के बीच लगातार मिसाइल युद्ध चल रहा है। इसके साथ ही दोनों देशों के लीडर्स सामने आकर एक-दूसरे को धमकी दे रहे हैं। ईरान और इजरायल के बीच इस जंग में अब अमेरिका की भी एंट्री हो गई है। बीती रात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को सरेंडर करने को कहा था। इसके बाद अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की मंशा साफ करते हुए कहा कि इजराइल के साथ इस युद्ध के बीच ‘ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता है’।
ईरान को परमाणु रखने की अनुमति नहीं
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने ईरान के परमाणु प्रोग्राम पर ट्रंप सरकार के रुख को साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान को परमाणु क्षमता हासिल करने से रोकने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रतिबद्ध हैं। ब्रूस ने आगे कहा कि ईरान और इजरायल के बीच जंग को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तय कर लिया है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते हैं। राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद यह पहली बार है कि ट्रंप ने साफ कहा है कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
“Iran should have signed the “deal” I told them to sign. What a shame, and waste of human life. Simply stated, IRAN CAN NOT HAVE A NUCLEAR WEAPON. I said it over and over again! Everyone should immediately evacuate Tehran!” –President Donald J. Trump pic.twitter.com/oniUSgsMWA
— The White House (@WhiteHouse) June 16, 2025
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व्हाइट हाउस की तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रम्प ने कभी भी साफ तौर पर नहीं कहा कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। लेकिन पिछले कुछ समय से वह दर्जनों बार कह चुके हैं कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
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ईरान को ट्रंप की चेतावनी
बता दें कि बीते दिन ही डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को बिना किसी शर्त सरेंडर करने को कहा था। उन्होंने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान के आसमान पर अमेरिका का पूरी तरह नियंत्रण है। ईरान के पास अच्छे और आधुनिक स्काई ट्रैकर और कई डिफेंस इक्यूपमेंट हैं। लेकिन, ईरान के इन सामानों की तुलना अमेरिका में बनने वाले हथियारों से नहीं की जा सकती है। बता दें कि ईरान-इजरायल के मिसाइल युद्ध के दौरान ईरान में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।