अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दावों से पूरी दुनिया वाकिफ हो चुकी है। ट्रंप आए दिन कुछ न कुछ दावा करते हैं लेकिन उसका हकीकत से कोई वास्ता नहीं होता है। ऐसे ही एक बार ट्रंप के दावे की हवा निकली है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावा का खंडन किया है। ट्रंप ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कहा है कि वह रूस से अब तेल नहीं खरीदेंगे। विदेश मंत्रालय ने स्थिति को साफ किया। भारत सरकार की तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की टेलीफोन पर बात कोई बात नहीं हुई है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को लेकर दावा किया था कि पीएम मोदी ने उन्हें (ट्रंप) को विश्वास दिलाया है। पीएम मोदी अब रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। यहां तक कि ट्रंप ने दावा किया है कि भारत रूस से तेल खरीद भी नहीं रहा है।
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हालांकि रूस के साथ जारी तेल व्यापार तुरंत बंद करना आसान नहीं है। जानकारों की मानें तो किसी देश से तेल खरीद रोकने के लिए एक प्रक्रिया होती है। इसे पूरा करने में काफी समय लगता है।
रूस से तेल खरीदन रुकवाने के पीछे ट्रंप का उद्देश्य यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करवाना है। ट्रंप का मानना है कि रूस तेल से होने वाली कमाई का प्रयोग युद्ध में करता है। ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि रूस से अंतरराष्ट्रीय तेल खरीद रुकने पर रूस पर दबाव बनाया जा सकेगा। केवल भारत ही नहीं, ट्रंप यूरोपीय देशों, नाटो आदि को भी रूस से तेल न खरीदने की धमकी दे चुके हैं।
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